घर में मैं अकेली थी और सूरज आया और उसकी आँखों में काम वासना साफ़ साफ़ दिखाई दे रही थी और उसने दरवाजे की कुण्डी लगाई मैंने कहा ये ठीक नही है और उसकी हसी मै जंगलीपन दिखाई दे रहा था और मै बेड पर लेटी हुई थी और वो मेरी तरफ बढ रहा था और मै धीरे धीरे पीछे की तरफ सरक रही थी …………
मेरा नाम नेहा है और मै 20 साल की हूँ आज में आपको बताती हूँ की मेरे स्कूल में पढने वाले लडके ने कैसे मेरे मुंह को दबाकर रगड़कर मेरी चूत की चुदाई की
मै देखने मै बहुत ही गजब दिखती हूँ और मेरी बूब्स हरे भरे और सख्त और मेरी पतली कमर, मेरी गांड गोल गोल मटके जो जैसी हर किसी को दीवाना बना देती है |
मेरी क्लास में सूरज नाम का लड़का पढ़ता और वो भी देखने में बहुत स्मार्ट और क्या ही उसकी बॉडी और सभी लड़कियां उसकी दीवानी पर वो मेरा दीवाना था.
एक दिन उसने अपने दिल की बात मुझे कह ही दी! मै मना नही कर पायी |
मैंने जैसे ही मैंने हाँ कहा उसने मुझे स्कूल में ही पकड़ा और कसकर मेरी गुलाबी होठो को चूसने लगा.
वही बाकी बच्चे जब क्लास मै आने लगे तो मैंने सूरज को धक्का दिया और अपनी जगह पर बैठ गयी |
वैसे मेरा भी चुदाई का मन कर रहा था | पर ये स्कूल था |
मै स्कूल की छुटी होने के बाद मै जब घर पर गयी तो घर पर कोई नही था और घर बंद था मैंने घर की दूसरी चाभी निकाली और घर के अंदर चली गयी और अपने कमरे में चली गयी.
वही स्कूल मै हुई बातो को याद करने लगी और मेरा मन बैचेन होने लगा और मुझे अकेलापन लगने लगा और मेरी चूत मै कुछ अजीब सी गुदगुदी होने लगी मुझे अपने बदन में गर्मी होने लगी |
मैंने अपनी शर्ट को उतार दिया |
वही एकदम से दरवाजा खुला और मै चमक कर उठ कर बैठ गयी दरवाज़े पर सूरज खड़ा था और उसकी आँखों में अलग सी चमक थी और वो काम वासना से मुझे देखने लगा.
मुझे कुछ अजीब सा लगने लगा और मेरी सांसे तेज हो रही थी |
मैंने कहा:- सूरज तू यहाँ क्या कर रहा है?
उसने दरवाज़े को बंद किया और दरवाजे की कुण्डी लगा दिया उसकी नजरे मेरी जिसम पर टिक गयी |
सूरज बोला:- नेहा तेरी यह जवानी , तेरे उभरते बूब्स और तेरे गुलाबी होठो का रस मुझे बैठने नही दे रहा|
सूरज मेरी तरफ धीरे धीरे बढने लगा और मै बेड पर बैठी हुई थी और मै धीरे धीरे पीछे की तरफ सरकने लगी |
मैंने कहा- सूरज यह ठीक नही है पीछे हो जाओ नही तो मैं पापा को बता दूंगी.
सूरज मेरी बात सुनकर हसने लगा और उसकी हसी में जंगलीपन दिखाई दे रहा था |
मुझे तो बस तेरी जवानी और तेरी गोल गोल गांड और तेरे बड़े बड़े बूब्स बुलाते है.
जैसे ही मै कुछ और बोलने लगी उसने मुझे पीछे की धक्का दिया और बेड पर लिटा दिया और मेरे मुंह पर हाथ रखकर कसकर बंद कर दिया|
सूरज अपने दुसरे हाथ से मेरे बूब्स को ब्रा के उपर से दबाने लगा और मै छटपटाने लगी पर सूरज ने मुझे कसकर पकड़ा रखा था और मेरी कोशिश बेकार जा रही थी|
वो ब्रा के उपर से जोर जोर से बूब्स को दबा रहा और धीरे धीरे अपनी उंगलियों को मेरी ब्रा अंदर लेकर जाने लगा और मेरे नंगे बूब्स को दबाने लगा और मेरी सिस्कारियां निकलने लग गयी.
फिर उसने मेरी ब्रा की हुक को खोला और मेरी बूब्स की निपल को अपने मुंह में ले लिया और मेरे दूध को पिने लगा और कहा क्या माल है यार तुन सची में मैं किस्मत वाला हूँ जो मुझे मौका मिला है |
फिर अपनी जीभ को मेरी निपल पर फेरने लगा और मेरी निपल को काटा और मै भी सिरह उठी और मेरी चूत की गर्मी भी बढने लगी और मेरा विरोध धीरे धीरे कम होने लगा.
फिर सूरज का हाथ मेरे मुंह से हट गया और दुसरे हाथ को मेरी लोअर के अंदर ले गया और मेरी नंगी चूत को सहलाने लगा वही मै भी वासना में डूब गयी थी |
मैंने भी सूरज के होठो को चूसने लगी और अपने हाथ को सूरज के लोअर के अंदर ले गयी और उसके लंड को लोडे में बदलने लगी.
वही सूरज ने मेरी लोअर को भी उतार फेंका और मेरी चुत को पेंटी के ऊपर से सुंघने लगा और कहा वहा क्या खुशबु है चूत की और मेरी पेंटी को भी उतार दिया |
मैंने भी उसके लोअर को उतार दिया और उसे पूरा नंगा कर दिया उसने भी मुझे पूरी नंगी कर दिया.
फिर वो अपने हाथ को मेरी चूत पर फेरने लगा |
मेरी चूत पहले से गीली हो गयी थी और वो हसने लगा और बोला की साली तेरी चुत पहले से ही गीली हो गयी और मेरी चूत के अंदर अपनी दो उंगलिया देने लगा.
फिर उसने मेरी टांगो को अपने कंधो पर उठाया|
मेरी चूत पर अपने लंड को रख दिया|
मेरे मुम्मे कसकर पकड़ लिए
मैंने कहा- सूरज धीरे धीरे अंदर डालना बहुत दर्द होगा और वही हुआ जिसका डर था की आदमी की सबसे जूठी बात की दर्द नही होने दूंगा|
उसने चूत पर लंड रखकर जोर से धक्का लगाया और मेरी चूत को फाड़ते हुए उसका लंड आधा मेरी चूत मै घुस गया और मेरी तो जान ही निकल गयी और आह्ह आःह्ह ईई मर गयी सूरज प्लीज् अपने लोडे को चूत से बाहर निकाल नही तो मैं मर जाउंगी |
उस कुत्ते ने मेरी एक नही सुनी और फिर से जोर से धक्का लगाया मुझे लगा की मेरी जान ही निकल गयी और मेरी आँखों से आंशु आने लगे |
मै बेड पर तडपने लगी और आह्ह्ह आह्ह फट गयी चूत मादर चोद बाहर निकाल तेरे हथियार को मैं जोर जोर से चिल्लने लग गयी मम्मी प्लीज बचा लो आपकी बेटी की चुत को फाड़ दिया साले कुते ने
देशी चुत की चुदाई कहानी में वो मुझे शांत करने के लिए मेरे होठो को चूसने लगा और अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा और धीरे धीरे लंड चूत में अपनी जगह बनाने लगा और मेरे भी धीरे धीरे दर्द कम होने लगा और दर्द का मजा आने लगा|
मैं अब आह्ह सूरज और जोर से मजा आ रहा है याह ओह्ह माय गॉड फ़क मी …..
वो वैसे वैसे चोदने की रफ़्तार को बड़ा रहा था और अब लंड भी चूत में समा गया था और वो जोर जोर से मुझे पेलने लगा और जोर जोर पट पट की आवजें आने लगी और थोड़ी देर चोदने के बाद उसका भी मजा मेरी चूत के अंदर निकल गया और मेरे मुम्मे को चूसने लगा |
मैंने उसे कहा -यहाँ से जा जल्दी चला जा घरवाले आने वाले है उसने अपने कपड़े पहने और घर से चला गया और मै बाथरूम में गयी और पानी से अपनी चूत को साफ किया और अपने कपड़े पहने
मजा आया मेरी चुदाई की कहानी को सुन कर जिसमे मैंने अपने ही क्लासमेट से अपनी चुत मरवाई |
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