पड़ोसन आंटी की चुदाई की कहानी-2

आंटी मेरे लंड को जोर जोर से चूस रही थी और चूस चूस कर मेरा पानी निकाल दिया

फिर हमे किसी के आने अहसास हुआ और देखा की आंटी का पति कमरे में आया और कहा की मै कल आऊंगा और अब मेरा आंटी को चोदने का बहुत मन था फिर उसी रात को आंटी का मेसज आया और मुझे अपने कमरे में बुलाया |

मेरा नाम यश है इस कहानी में आंटी की चुदाई की कहानी को पूरी करूंगा

आंटी की हिंदी XXX कहानी में जैसे की आपने मेरी पिछली कहानी में पढ़ा था की आंटी मेरे से पट गयी थी

मैंने आंटी को कमरे पकड़ा और आंटी को चूसने लगा और आंटी भी मस्त होकर मेरे लंड को चूसने लगी और मेरा पानी निकाल दिया |

फिर हमे किसी के आने का अहसास हुआ और कमरे के अंदर आंटी के पति आये

मै डर गया और अंकल ने आंटी को कहा की आज मैंने कही जाना है तो मै कल आऊंगा |

वही मै आंटी से चाभी लेकर घर पर आ गया और साथ में आंटी ने मेरे नंबर ले लिए और मैंने भी आंटी के नंबर ले लिए पर मेरे लंड की आग शांत नही हुई थी |

अब आंटी को चोदने की तडप लग रही थी और मै बाथरूम में जाकर आंटी को याद करके मुठ मारने लगा और अपने पानी को निकाला |

अब बार बार आंटी की चूत मेरी आँखों के सामने आने लगी फिर मामा जी ने कहा की कमरे की सफाई करके वहां सोने की वयवस्था कर दो |

ऐसे करते करते रात हो गयी और मै आंटी के घर पर फिर से गया और आंटी वासना भरी आँखों से मुझे देख रही थी आंटी की चूत में भी आग लगी हुई थी |

मै रात को रिश्तेदारों के साथ आंटी के घर के बाहर वाले कमरे में ही सो गया वही आंटी भी घर अकेली थी अब मेरा भी बहुत मन कर रहा था अंदर आंटी के पास जाने को पर सब के सामने कैसे जाता |

करीब रात के 12 बज गये पर मुझे नींद कहा आने वाली थी मै आंटी को मेसज करने ही वाला था वही आंटी कहा मेसज आया की क्या कर रहे हो अंदर आना कमरे में काम है मै समझ गया की आंटी की चूत मै भी गुदगुदी हो रही है |

मै कमरे में सभी को देखने लगा सभी घोड़े बेचकर सो रहे थे मै धीरे धीरे घर के अंदर चला गया |

फिर मै आंटी के कमरे की तरफ चला गया और जैसे ही मैंने कमरे के दरवाज़े को खोला तो आंटी को देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया |

आंटी ने नाईटी पहन रखी थी और आंटी की नाईटी उनके घुटनों के उपर थी मै जाकर बेड पर बैठ गया और आंटी मेरे से चिपक कर बैठ गयी और मै धीरे धीरे आंटी की तरफ बढने लगा और आंटी मेरे गले मिली और प्यार करने लगी |

फिर आंटी ने अपने होठ मेरे होठो पर रख दिए और भयंकर तरीके से मेरे होठो को चूसने लगी और मै भी आंटी के होठो को चूसने लगा और चूसते चूसते बेड पर लेट गये |

फिर मै आंटी के बूब्स को दबाने लगा और आंटी भी मेरे लंड को सहलाने लगी आंटी ने मेरे लोअर को निचे कर दिया |

वही मैंने भी आंटी की नाईटी को उतार दिया और मैंने आंटी को पूरा नंगी कर दिया |

फिर मै जोर जोर से आंटी के मुम्मे खीचने लगा |

आंटी ने कहा- धीरे कर उखाड़ फेंके गा क्या?

फिर आंटी मेरे ऊपर आ गयी और मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी |

आंटी लंड को बड़े मजे से चूस रही थी

मैंने कहा- आंटी आप बहुत मजे लेकर चुस्ती हो और चूस कर ही पानी निकाल देते हो फिर आंटी ने मुंह से लंड को बाहर निकाल लिया |

फिर आंटी मेरे लंड के उपर आने लगी आंटी ने लंड को हाथ में पकड़ा और अपने चूत पर रगड़ने लगी फिर आंटी मेरे लंड को अपनी चूत पर सेट किया |

वही मैंने भी अपने मुंह से थूक निकाली और आंटी की चूत पर लगा दी |

अब आंटी लंड को चूत पर सेट करके धीरे धीरे लंड पर बिठाने लगी और जैसे जैसे लंड अंदर जा रहा था मेरा तो बुरा हाल हो रहा था |

जैसे जैसे अंदर जाने लगा वही आंटी अहह उईइ ईई आह्ह्ह जैसी मादक मादक आवाजें निकालने लगी अपने मुंह से और आंटी की आह्ह उई सुनकर मुझे बहुत मजा आ रहा था |

फिर धीरे धीरे आंटी ने मेरे लंड को अपनी चूत में ले लिया और मैंने भी आंटी के दोनों बूब्स को कसकर पकड़ लिया और लंड पर आंटी को जोर जोर से कुदवाने लगा और आंटी आह्ह आह फक में बेबी और जोर जोर से |

आंटी की हिंदी XXX कहानी में आंटी ने कहा- और जोर से चोदो और चोद चोद कर फाड़ दो चूत मेरी को |

मै थक गया फिर आंटी ने अपने हाथ बेड पर रखे और जोर जोर से लंड पर कूदने लगी मै भी आंटी की गांड पर चांटे लगाने लगा |

फिर मैंने अपने लंड को बाहर निकाल और आंटी की गांड पर रगड़ने लगा

जैसे ही गांड के अंदर डालने लगा आंटी ने मना कर दिया गांड देने को आंटी कहती बस चूत को चोदो गांड नही दूंगी |

मैंने कहा बस थोडा सा ही अंदर डालो गा फिर मै ने आंटी की गांड में लंड को डालने के लिए मना लिया और मै धीरे धीरे आंटी की गांड में लंड डालने लगा जैसे ही आदा लंड डाला आंटी चीखने लगी और कहा साले बाहर निकाल गांड फट रही है पर मुझे चुइत से ज्यादा गांड लेने में मजा आ रहा था क्युकी गांड बहुत टाईट थी आंटी की

मैंने आंटी की एक नही सुनी और आंटी को पकड़ा और जोर से लंड पर बिठा दिया और पूरा लंड गांड में घुस गया वही आंटी को बहुत दर्द हो रहा था और आंटी लंड को बाहर निकालने लगी मैंने आंटी को कसकर पकड़ लिया और जोर जोर से लंड को गांड में अंदर बाहर करने लगा |

ऐसे करते करते मेरा पानी भी निकल गया गांड के अंदर ही जैसे ही मेरा डिल्ला हुआ और आंटी ने लंड को बाहर निकाल कर मेरे एक चांटा लगाया और कहा गांड फाड़ दी मेरी तो फिर आंटी अपने गांड में ऊँगली डालकर देखने लगी

आंटी ने कहा आज तो तूने मेरी गांड को छेद बड़ा कर दिया और मै आंटी के उपरे आकर आंटी को प्यार करने लगा और अब हमे नंगे एक दुसरे की बांहों में लेटे हुए थे

ऐसे मैंने पूरी रात आंटी की गांड को चूत के मजे लिए

तो ये थी मेरी पड़ोसन आंटी की चुदाई की कहानी अगर आपको ये कहानी अच्छी लगे तो अपनी किसी सेक्सी आंटी को ये कहानी जरुर भेजना |

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