गांडू दोस्त की बहन की चुदाई

जी हाँ दोस्तों आपने सही पढ़ा गांडू दोस्त की बहन की चुदाई |

जैसा की मेरी पिछली कहानी बचपन के दोस्त ने गांड मरवाई में मैं और मेरा दोस्त वरुण एक साथ सो रहे थे और मैं अपना लंड निकाल कर मुठी मार रहा और साथ में वरुण भी मुठ मार रहा था और तभी वरुण ने मेरे लंड को अपने मुहं में ले लिया और फिर मैं भी कोनसा कम था मैंने भी उसकी गांड मार दी |

उस दिन मैंने और वरुण ने तीन बार सेक्स किया |

गांडू दोस्त की बहन की चुदाई की कहानी उस दिन शुरू होती है जिस दिन मैं दिन में वरुण की गांड की चुदाई कर रहा था और मुझे और वरुण को पता ही नही की कब पिंकी आई ( पिंकी वरुण की छोटी बहन है ) और हम दोनों सेक्स करते हुए देख कर वापिस अपने घर चली गयी |

शाम को जब वरुण अपने घर गया तो पिंकी वरुण से बोली अज दिन में तू और पवन क्या कर रहे थे |

वरुण बोला कुछ नही बस वैसे ही खेल रहे थे |

पिंकी बोली मुझे भी खेलना है तुम दोनों के साथ आज रात को | नही तो मैं पापा को बता दूंगी की भाई और पवन भैया अकेले अकेले ऐसे ऐसे खेलते है |

मुझे लगा की एस बेचारी को पता ही नही की सेक्स क्या होता है पर मुझे क्या पता की ये तो मेरे से भी आगे है उसके बारे में मैं आपको आगे बताऊंगा |

वरुण मेरे पास आया बोला भाई सब पंगा हो गया |

मैं डर गया पता नि क्या हुआ |

मैंने पूछा क्या हुआ ?

वरुण बोला भाई पिंकी ने हमें देख लिया था दोपहर में सेक्स करते हुए |

मैंने कहा :- फिर ?

वरुण बोला :- मैंने उससे कहा की हम दोनों खेल रहे थे |

मैंने कहा :- फिर ?

वरुण बोला :- अब यार पंगा ये हो गया की वो कह रही है की मुझे भी खेलना आज रात को और भाई मैं कैसे देखूंगा अपनी बहन को चुदते हुए |

अगर मैं नही लेकर आया तो वो कह रही है की पापा को बता देगी की हम दोनों कैसे कर रहे थे |

मैंने मन में सोचा आज तो किस्मत खुल एक तो भाई की गांड ऊपर से उसकी बहन की चुत मेरे तो मजे लगने वाले थे |

मैंने उसे समझाया की कोई न भाई तू ऐसा करना उसे ले आना अपने साथ |

वरुण बोला :- तू पागल है क्या भाई यार वो तेरी भी बहन है |

मैंने उससे जूठा दिलासा देते हुए तू उसे यहाँ बुला कर बाहर चले जाना और बोल देना की तुम दोनों खेलो मैं उसको समझा दूंगा की अपने भाई बहन और ये खेल नही खले सकते |

वैसे भी पिंकी तेरी बात मानने वाली तो है नि मेरी मान लेगी |

वरुण को मेरी बात कुछ ठीक लगी |

शाम को वरुण और पिंकी मेरे घर आये और अपने साथ मेरे लिए खाना ले आए |

मैंने खाना खाया और फिर हम तीनो बात करने लग गये |

बातें करते करते रात के 10 बज गये और मैंने वरुण को इशारा किया और वरुण एक दम से उठा और बोला की भाई ऐसे करो तुम दोनों खेलो मुझे थोडा काम है |

पिंकी बोली ऐसे थोड़ी होता है मुझे तुम दोनों के साथ खेलना है मैंने पिंकी को समझया की इसको सची में काम है अपने दोनों खेलते है इस खेल को दो जने खेलें तो ज्यादा मजा आता है |

वरुण चला गया और मैंने पिंकी को अपने पास बुलाया और बोला देखो पिंकी ये खेल में दर्द होगा |

पिंकी एक दम से बोली नि होगा मुझे दर्द मेरी सिल खुली हुई है |

जब मैंने पिंकी के मुहं से ये बात सुनी तो मैं सुन हो गया |

मैंने पिंकी को बोला क्या ?

पिंकी बोली चोंकने की क्या बात है हाँ मैंने पहले एक बार सेक्स किया है |

मैंने फिर पिंकी से बोला की तुमने सुबह वरुण से क्यों नि बोला ?

पिंकी बोली की मुझे पता था की अगर मैं वरुण से ऐसे बोलूंगी की मुझे सेक्स करना है तो वो मुझे कबी साथ नही लेकर आता |

मैं हसने अलग साली बहुत तेज है |

पिंकी बोली होना पड़ता है तेरा छ: इंच लंबा और 2.5 मोटा लंड जिसने देखा हो उसको कुछ तो करना पड़ता है उसको पाने के लिए |

अब मैं कुछ नही बोला और सीधा पिंकी के होंठों को चूसने लग गया और पिंकी भी मेरा पूरा साथ दे रही थी |

किस करते करते मैं उसके बूब्स को मसलने लग गया उसकी चुचिया छोटी छोटी थी उसकी उम्र शायद 17 साल की होगी |

पिंकी अभी तक दंग से जवान भी नही हुए थी और उसको लंड लेने की पड़ी है | पर मुझे क्या लेना मुझे तो घर बैठे बैठे चुत मिल रही थी |

मैंने पिंकी के कपडे खोलना शुरू कर दिया और उसके बूब्स कोम अपने मुहं में लेकर चूसने लगा और पिंकी को अब मजा आने लगा और पिंकी आह्ह्ह…. पवन डार्लिंग मजा आ गया | और जोर से चुसो |

मैंने काफी देर तक उसके बूब्स को चूसा और फिर मैंने उसे बेड पर लिटा लिया और उसकी लोअर को और उसकी पेंटी को एक साथ निकाल दिया और उसकी छुट को सहलाने लग गया |

उसकी चुत गीली हो चुकी थी |

मैं उठा और उसकी चुत पर अपना मुहं रख दिया और अपनी जीभ से ही उसकी चुत को चूसने लग गया और जैसे ही मैंने अपनी जीभ को उसकी चुत में डाला तो उसकी सिस्कारियां निकलने लग गी और वो आह्ह… मजा …ओह्ह माय गॉड |

मैंने कुछ ही देर तक उसकी चुत को चूसा और बस 5 मिनट बाद ही पिंकी का शरीर अकड़ने लगा और उसने अपना पानी छोड़ दिया |

पिंकी बोली यार तुम कमाल हो अपनी जीभ से ही मेरा पानी निकाल दिया लंड से पता नि क्या कर दोगे |

मैंने कहा :- अभी देखती जाओ पहले तेरे भाई की गांड फाड़ी है अब तेरी चुत को फाड़ना है या फिर गांड को |

पिंकी बोली :- चुट मार लो पर मैं गांड नही मरवाउंगी |

मैं कुछ नही बोला और उठा और अपने कपडे खोल दिए और अपने लंड को निकाल लिया | पिंकी के मुहं के पास ले गया और उसको चूसने को बोला एक बार तो पिंकी ने मना किया |

लेकिन मैंने उसके मुहं को पकड़ा और धक्के से उसके मुहं को खोला और अपने लंड को पेल दिया |

अब पिंकी भी मजे से लंड को चूस रही थी मैंने उसके बालों को पकड़ा और अपने लंड को पूरा उसके गले में उतार दिया |

उसको साँस नही आ रही थी और गुण गु गु कर रही थी और जैसे ही मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो उसको खांसी आने लग गयी |

पिंकी मरेगा क्या यार धीरे डाल |

मैंने उसकी के नही सुनी और उसे फिर से पकड़ा और उसके मुह में फिर से लंड पेल दिया काफी देर तक मैं उसके मुहं की चुदाई की अब उसका चेहरा एक दम से लाल हो गया |

अब मैंने उसे लिटाया और उसकी चुत पर थोडा सा थुक लगाया और थोडा सा थूक अपने लंड पर भी लगाया | एक झटका मारा मेरा अभी तक टोपा ही अंदर गया पिंकी की चीख निकल गयी |

पिंकी बोली पवन बाहर निकाल यार मेरी चुत में बहुत दर्द हो रहा है मैं मर जाउंगी दर्द से |

पर मैंने उसकी के नही सुनी और एक और झटका मारा और सारा लंड पेल दिया इस बार और वो चीखे न इस लिए मैंने उसके होंठ पर अपने होंठ रख दिए |

अब मैं कुछ देर उसके ऊपर ही लेता रहा और उसको किस करता रहा और उसके बूब्स को मसलता रहा एक हाथ से और अब पिंकी थोडा सहज हुई |

अब मैंने धक्के मारना शुरू कर दिया और पिंकी भी मजे लेने लग गई और अपनी गांड को उठा उठा मजे लेने लग गई |

साथ साथ में पिंकी मादक मादक आवाजें निकलने लग गई और बोलने लगी आह्ह्ह… मजा आ रहा है ….बहुत ज्यादा और जोर से फाड़ दो मेरी जोर से ….

मैं उठा और उसकी टांगो को उठा कर अपने कंधे पर रख कर उसकी चुत को चोदने लग गया | अब फिर से पिंकी आवाजें निकलने लग गयी और उसकी आवाजें सुनकर मेरा भी बुरा हाल हो गया |

मैंने चुदाई की स्पीड बड़ा दी और अब पिंकी दर्द से चिल्लाने लगी और उसकी आवाज सुन कर उसका भाई दुसरे रूम में बैठा था वो आ गया |

वरुण आया बोला मेरे से बोला की भाई ये क्या रहे हो मैं कुछ बोलता उतने में पिंकी बोली की करना क्या कल तू अपनी गांड मरवा रहा था और मैं आज अपनी चुत मरवा रही हूँ |

वरुण बोला की तू पागल हो गयी क्या मैं कुछ नही बोला |

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अब वरुण चुप करके पास में बैठ गया और मैं फिर से पिंकी की चुदाई करने लग गया |

मैंने पिंकी को गोडी बनाया और चुत में लंड डाल कर फिर से चुदाई शुरू कर दी और कुछ देर बाद मेरा निकलने वाला था तो मैंने अपना माल उसकी चुत में निकाल दिया और मैं साइड में लेट गया |

मैं और पिंकी बिना कपड़ो के लेते हुए थे |

वरुण उठा और बोला की पिंकी तूने ये क्या कर दिया यार ये सब शादी के बाद होता है और देख तो लेती अपने ही भाई से करवा रही है |

पिंकी बोली भाई मैंने कोनसा पहली बार किया ही मैं तो पहले बहुत बार कर चुकी हूँ |

तुझे गांड मरवाते हुए देख कर मेरी चुत में खुजली होने लग गयी और मेने मरवा ली |

अब मैंने वरुण और उसकी बहन पिंकी को एक साथ चोदने लग गया एक तरफ वरुण की गांड में लंड डाला और उधर पिंकी वरुण का लंड चूस रही थी |

फिर मैंने व् की चुत में लंड दल दिया और वरुण पिंकी के मुहं को चोदने लग गया और कुछ देर बाद मैंने उन दोनों को निचे बिठा कर दोनों के मुहं पर अपना माल निकाल दिया और दोनों ने एक साथ मेरे लंड को चाट कर साफ कर दिया |

तो ये थी मेरी सची कहानी अगर अच्छी लगी हो अपने ऐसे ही गांडू दोस्त के पास शेयर जरुर करें |

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