रात को सभी सोये हुए थे दोस्त की साली का फोन का फोन आया और उसने मुझे छत वाले कमरे बुलाया और मै वहा चला गया उसका चुदने का मन था और उसने नाईटी पहनी हुई थी उसको देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया हम दोनों प्यार भरी बाते करने लगे और धीरे धीरे हम एक दुसरे के करीब आ गये ………
मेरा नाम रोहन है और मै 25 साल का हूँ और मेरा एक दोस्त है जिसका नाम सुनील है और उसकी शादी भी हुई है और मेरी दोस्त के परिवार के साथ बहुत अच्छी बनती है और में उनके परिवार के सदस्य जैसा था
मेरी अभी तक शादी नही हुई थी और मै चूत के लिए मरे जा रहा था और मै अपनी दोस्त की बीवी को पटाने की कोशिश कर रहा था
मेरे दोस्त एक दिन मेरे पास फ़ोन आया और कहा की रोहन आज के 10 दिन बाद हमारे घर जागरण है और तुझे सभी तयारी करवानी है और उसने कहा तू घर आ जा और मुझे इंतजाम करने को कहा
जब मै अपने दोस्त के घर पर गया तो मैंने देखा की वहा भाभी के घरवाले आये हुए थे और भाभी ने पाने परिवार से मुझे मिलाया और भाभी कहती अभी मेरी नहाने गयी हुई उससे भी मिलाती हूँ
फिर मै पाने दोस्त के बाते करने लग गया और जब दोस्त की साली नहा कर आई तो मै उसे देखता ही रह गया
जब मैंने उसे पहली बार देखा उसके बड़े बड़े और मोटे मोटे बूब्स और उसकी मोटी मोटी मटकती गांड और उसका भरा बदम क्या ही बवाल थी इसको कोई पहली बार देखे तो उसका पानी निकल जाये और उसे देखकर मन करने लगा साली को यही पकड़ कर चोद दूँ
उसका नाम सोनू था और उसकी उम्र लगभग 22 साल की हूगी उसकी ज्वानी आग लगा रही थी मेरे अंदर और उसके टाईट बूब्स मुझे अपना दीवाना बना रहे थे
अब मैंने सोच लिया था कुछ भी हो जाये इसको को तो चोद कर ही रहूँगा
ऐसे 4 -5 दिन बीत गये और मै उसको पटाने की कोशिस करने लगा और वो भी मुझे स्माइल देने लगी और अब वो भी तयार थी
मेरे दोस्त ने मुझे बाजार जाने को कहा क्युकी सोनू ने कोई समान लेकर आना था इसलिए सोनू और सोनू की मम्मी मेरे साथ बाजार चली गयी और इनको बाजार में टाइम लगना था इसलिए सोनू ने कहा रोहन तेरे नंबर दे दे फ्री हो होकर फोन कर दूंगी और तू अपना कर लो
फिर थोड़ी बाद मेरे पास सोनू का फ़ोन आया की हमे ले जाओ ऐसे मेरे पास सोनू का नंबर आ गया और मै घर पर छोड़ दिया
अब रात हो गयी थी और मुझे नींद नही आ रही थी एक मन कर रहा था की सोनू को मेसज करो एक तरफ डर भी लग रहा था
मैंने सोनू को मेसज कर दिया और उसका भी मेसज आ गया और हम दोनों की बाते शुरु हो गयी और मैंने भी दो दिन में ही उसे पटा लिया
अब मै सोनू के साथ प्यार भरी बाते करने लगा और बातो में मैंने उसे कहा की सोनू मैंने दूध पीना है तेरा और घोड़ी की सवारी भी करनो है वो समझ गयी थी में क्या कहना चाहता हूँ फिर वो बात को इधर उधर करने लगी पर अब हम दुसरे के साथ सेक्सी बाते करने लग गये थे
वही मेरे दोस्त के घर पर सभी रिश्तेदार भी आ गये थे और रात को जागरण था सभी अपने काम में बिजी थे मैंने सोनू को छत पर जाते देखा मै भी उसके पिच्छे चला गया वही जागरण भी चालू हो गया था
निचे आवाज ज्यादा आ रही थी इसलिए सोनू ऊपर किसी से बात करने को गयी थी सो कमरे में बेड पर बैठी थी और किसी से बात कर रही थी वो अपनी सहेली से बात कर रही थी की यहा मेरी सेटिंग हो गयी है और वो मुझे चोदना चाहता है और मै भी चुदना चाहती हूँ क्या करो
जब मैंने सोनू की बात सुनी तो मेरे से रहा नही गया और मै भी अपना आपा खो बैठा
मैंने पीछे से सोनू के फोन को पकड़ा और कॉल काट दी और उसके दोनों टाईट बूब्स को पकड़ा और दबाने लगा
वही सोनू रोहन प्लीज् छोड़ मुझे क्या कर रहे हो कोई देख लेगा मैंने कहा कोई नही देखगा बस चुप रह मुझे पता है जो मै करना चाहता हूँ वो तू भी करना चाहती है
फिर मै जोर जोर सोनू के मुम्मे दबा रहा था साथ मै उसकी गर्दन को चूमने लगा और वो भी धीरे धीरे गर्म हो रही थी
फिर वासना भरी आवाज में बोली प्लीज् रोहन आज आज छोड़ दो बाद में कभी चोद देना प्लीज् रोहन मैंने सोनू की एक बात नही सुनी और उसको चुसना जारी रखा
वही अब सोनू भी पूरी गर्म हो गयी थी वो खड़ी हो गयी और मेरे होठो को चूमने लगी और मै भी उसके गुलाबी होठो का रस पिने लगा और वो मेरी पीठ को मसलाने लगी और मै भी जोर जोर से उसकी मोटी गांड को दबा रहा था
हम दोनों चूसते चूसते अपने आप बेड पर गिर गये और मै सोनू के उपर था मै सोनू के बदन को चूम रहा था और सोनू को इतना मजा आ रहा था की उसने अपनी आँखे बंद कर ली और मेरे बालो को सहलाने लगी साथ में धीरे धीरे अह्ह्ह आह्ह की आवजे निकाल रही थी
मुझे डर भी लग रहा था की कोई ऊपर आया ना जाए और सोनू को चोदना भी था फिर मैंने सोनू को चुसना बंद किया वही सोनू रोहन क्या सोच रहा है आ भी जा वही सोनू की चूत में भयंकर आग लगी हुई थी
मैंने जल्दी से सोनू की कमीज को उतारा और उसकी ब्रा को भी उतार दिया और अपनी पेंट को भी उतारा और सोनू के बूब्स को दबाने लगा और एक बूब्स को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा वही सोनू भी मेरे लंड को हिलाने लगी
फिर मैंने सोनू की सलवार की रसी को खोला उसकी पेंटी से चूत की इतनी जबरदस्त खुशुबू आ रही थी की मन कर रहा था की इसकी चूत को चाट चाट कर इसकी चूत का पानी निचोड़ दी
मैंने उसकी पेंटी को उतारा और सोनू की दोनों टांगो को अपने कंधो पर रख लिया मै अपने मुंह से थूक निकाल कर सोनू की चूत लगाने ही लगा था सोने ने चूत पर थूक लगाने को मना कर दिया
फिर मैंने लंड को चूत पर सेट किया और सोनू के कमर को पकड़ा लिया और एक जोर से झटका मारा सोनू की चूत बहुत टाईट थी मेरा आदा ही लंड सोनू की चूत के अंदर गया वही सोनू की भी चीख निकल गयी और वो जोर जोर से चिलाने लगी आह्ह उई हाये मर गयी मुम्मे सेल बाहर निकाल जल्दी बहुत दर्द हो रहा
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मैंने एक नही सुनी सोनू की और सोनू ने दर्द के मारे बेड की चादर को कसकर पकड़ा लिया था और मैंने फिर से झटका मारा और मेरा पूरा लंड चूत के अंदर गुस गया मुझे बहुत मजा आ रहा था वही सोनू की आँखों में आंशु आ रहे थे और अहह हह आःह बहुत दर्द हो रहा है रोहन प्लीज् कुछ कर मेरी जान जा रही है
मै सोनू के होठो को चूसने लगा और लंड को अंदर बाहर करने लगा वही सोनू का भी दर्द कम हो रहा था वही फ़ोन पर फ़ोन आ रहे थे सुनील के मै जोर जोर से सोनू को चोदने लगा और थोड़ी देर बाद मेरा मजा निकल गया सोनू की चूत के अंदर
मैएँ फोन उठाया सुनील कहा है जल्दी जागरण मै मैंने अपने कपड़े पहने और निचे जाने लगा वही सोनू भी चूत पर लगे मजे को साफ कर रही थी और मै निचे जागरण मै आ गया
आपको कैसी लगी मेरी और दोस्त की साली की कहानी