दोस्त की माँ ने मरवाई अपनी चुत

आंटी की मोटी गांड को देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया आंटी नाईटी पहन कर मेरे साथ सो गयी मेरे से कंट्रोल नही हुआ में अपने लंड से आंटी की गांड को छूने लगा | आंटी भी लंड की प्यासी थी और साडी रात मैंने आंटी को चोदा….

इस कहानी को आपको विस्तार से बताता हूँ

मेरा नाम सोनू है और मै देखने में अच्छा हूँ और एक मेरा दोस्त भी है जिसका नाम अभय है और मेरी उम्र 21 साल है यह कहानी मेरी और अभय की माँ की है जिसका नाम ख़ुशी है और आंटी की उम्र लगभग 40 साल की है और आंटी अभी जवान लगती है और मुझे इस बात का पता था की आंटी अंकल से खुश नही है क्युकी जो आंटी की जरूत थी अंकल उसे पूरी नही कर पा रहे थे

इस कहानी की शुरुवात आज से 2 महीने पहले की बात है | एक दिन मेरा दोस्त घर पर नही था न ही अंकल थे मैं अपने दोस्त के घर पर गया | मैंने वहां देखा की आंटी अपनी सलवार के अंदर हाथ डाल कर अपनी चूत की मसाज कर रही थी आंटी को ऐसा करते देखकर मेरा भी लंड खड़ा हो गया |

मेरी आंटी को देखने की नजर बदल गयी क्युकी में भी चूत की तलास में था |

मुझे देखते ही आंटी घबरा गयी और जल्दी से अपनी सलवार में हाथ बाहर निकाल लिया |

आंटी घबरा कर बोली प्लीज् सोनू किसी को कुछ मत बताना मै बेड पर आंटी के पास बैठ गया और आंटी के हाथ को पकड़ कर बोला आप टेंसन मत लो किसी को नही बतोयागा और मौके का फायदा उठाने लगा |

मैंने आंटी को पूछा आप ये सब क्यों कर रहे हो |

आंटी बोली :-मेरी भी कोई इच्छा है और तेरे अंकल मेरी जरूरत को पूरा नही कर पा रहे तो में कहाँ जाऊ आंटी की बात सुनकर मेरे मन गन्दे विचार आने लगे |

मैंने सोचा की क्यों ना मौके का फयदा उठाया जाए |

मै आंटी के हाथ को मसलने लगा और बोला आंटी आपको एक बात बताऊ मुझे आप बहुत पसंद हो और मैं आपकी सारी जरूरत पूरी कर सकता हूँ मेरी आँखों में साफ़ साफ़ वासना दिखाई दे रही थी |

आंटी बोली :- क्या बात कर रहा है तू पागल हो गया तू मेरे बच्चे की तरहा है |

मै कहा :- आंटी प्यार की कोई उम्र नही होती अगर आपको डर है की कल को किसी को कुछ पता चल गया तो आप मेरे पर विस्वास करो ऐसी मै कोई हरकत नही करूंगा |

मैं आंटी को अपने जाल में धीरे धीरे फ़साने लगा और आंटी मेरी बातो में आने लगी |

मै अपने मुंह को आंटी के मुंह की तरफ ले गया और आंटी के होठो को चूसने लगा आंटी भी लंड की कब से प्यासी थी |और उनको भी कुछ समझ नही आया और वो वासना में डूब गयी और मेरे होठो को चूसने लगी और में धीरे धीरे आंटी को पीछे से सहलाने लगा फिर धीरे धीरे बेड पर लेट गयी और मैं आंटी के उपर था |

वही हमे किसी के आने का अहसास होने लगा आंटी ने मुझे ऊपर से साइड कर दिया और बेड पर बैठ गयी |

वही मेरा दोस्त भी आ गया बोला माँ क्या बाते चल रही है सोनू के साथ आंटी बोली कुछ नही |

अभय बोला :-तो बैठ में नहाकर आता हूँ |

उसके जाने के बाद आंटी बोली :- सोनू अपने जो कर रहे है वो गलत है और अभी जो अपने बीच हुआ उसे भूल जाना |

मै कुछ नही बोल पाया आंटी मेरा लंड अपनी चूत में लेना तो चाहती थी पर आंटी को दुनिया का डर लग रहा था |

वहीँ अंकल भी आ गये |

अंकल बोले :-खुशी आज मेरे दोस्त के घर पर पार्टी है अपने सभी ने जाना है |

आंटी बोली :- आप और अभय चले जाना मेरी तबियत ख़राब है |

अंकल ने कहा :- फिर रात को अकेली कैसे रहे गी वही अभय भी आ गया और बोला पापा सोनू सो जाये गा मैंने भी हां कर दी | क्यूंकि मैं ओ ऐसे मौके का इंतजार कर रह था |

रात हो गयी अंकल अभय चले गये पार्टी पर और घर में मै और आंटी ही थे आंटी ने नाईटी पहन हुई थी और नाईटी में आंटी के मोटे मोटे बूब्स साफ साफ़ दिखाई दे रहे थे आंटी अंदर किचन में चली गयी और मैं आंटी को ही देख रहा था और आंटी के मन भी कुछ चल रहा था और आंटी को देखते देखते मेरे अंदर आग लगने लगी |

मै अपना होश खो बैठा और अब मुझे आंटी की सेक्सी गांड दिख रही थी और मेरा लंड भी खड़ा हो गया |

मै किचन में चला गया और आंटी को पीछे से कसकर पकड़ लिया |

आंटी बोली :- छोड़ मुझे नही तो में तेरे अंकल को फ़ोन करती हूँ |

मै कहा :- आज तो मैं किसी से नही डरता | आंटी मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ |

आंटी बोली :- सोनू समझ मेरी बात को |

मैंने आंटी की एक नही सुनी आंटी की गर्दन को चूमने लगा आंटी बार बार मुझे कह रही थी ऐसे मत कर पर में थोड़ी रुकने वाला था |

मै कई देर से आंटी को चूम चूम कर आंटी के जिस्म को गर्म कर रहा था आंटी भी वासना में धीरे धीरे डूब रही थी आंटी का शरीर भी गर्म हो रहा था |

आंटी कहती बस कर अब सोनू कुछ हो जाये गा मैंने कहा किसने रोका है आपको मै आपके पास हूँ और अपनी मन की तमन्ना पूरी कर लो |

आंटी आपा खो बैठी आंटी मेरी तरफ घूम गयी और होठो को चूसने लगी |

मै आंटी के होठ चूमने लगा और उनके नाईटी के ऊपर से बूब्स को मसलने लगा आंटी भी मेरी पीठ को सहलाने लगी अब हम दोनों वासना में डूब गये अब हम कोई नही रोक सकता था |

आंटी बोली :- सोनू कभी मुझे छोड़ कर तो नही जाएगा |

मैंने कहा :- कभी नही ख़ुशी, फिर मैंने आंटी को अपनी गोदी में उठाया और कमरे में ले गया कमरे में जाकर बेड पर लिटा दिया मै आंटी के ऊपर गिर गया उनके होठो को फिर से चूमने लगा |

हम दोनों एक दुसरे को चूम चूम कर प्यार करने लगे फिर मैंने आंटी की नाईटी को उतार दिया और आंटी के पेंटी और ब्रा ही पहनी हुई थी आंटी के बड़े बड़े बूब्स देखकर में तो पागल ही हो गया आंटी के बदन को चूमने लगा वही आंटी ने तो मुझे बिलकुल ही नंगा कर दिया और मेरा लंड से खेलने लगी और बोली सोनू तेरा लंड तो बहुत बड़ा है मै तो तुजे बच्चा ही समझती थी इस लंड से तू तो मेरी चूत को फाड़ देगा मैंने कहा आंटी आज के बाद आप कभी लंड की प्यासी नही होंगी

मैंने आंटी के ब्रा को उतार दिया और आंटी के मोटे मोटे बूब्स को चूमने लगा ओर दबाने लगा |

मैंने कहा :- आंटी मेरा लंड चुसोगी |

आंटी बोली :- मुझे यह सभी अच्छा नही लगता | आंटी ने अपनी पेंटी को उतारा और कहा बस अब रहा नही जाता सोनू अपने लंड के मजे मेरी चूत को दे |

मै आंटी की चूत की तरफ हो गया आंटी ने अपने मुंह से थूक को निकाला और अपनी चूत पर मसल दिया |

मेरे लंड को हाथ में पकड़ा और चूत पर सेट कर दिया और मैंने जोर से झटका मारा और एक ही झटके में मेरा पूरा लंड आंटी की चूत को फाड़ते हुए अंदर घुस गया और आंटी की छोटी सी आह्ह्ह्ह……. निकल गयी |

आंटी बोली :- आज तो मजा आ गया कितने टाइम बाद मेरी चूत के अंदर लंड गया है |

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आंटी बोली :- जोर जोर से चोद मुझे मै भी जोर जोर से आंटी को चोद रहा था आंटी को बहुत मजा आ रहा था और आःह्ह आह्ह्ह आह फाड़ दे चूत |

ऐसे बोलने लगी आंटी ,फिर थोड़ी देर बाद निकलने लगा और मैंने आंटी की चूत के अंदर ही अपने मजे को छोड़ दिया |आंटी बोली :- सोनू तूने तो मेरी चूत की आग को शांत कर दिया और जब तेरा मन करे आ जाना मुझे चोदने के लिए |

ऐसे करते करते मैंने पूरी रात आंटी को पेला और मुझे बहुत मजा आया | अब जब भी मेरा मन करता |

मै आंटी को चोदने पहुच जाता जब भी आंटी का चुदने का मन होता तो आंटी मुझे फ़ोन कर देती |

तो ये थी मेरी कहानी जिसमे मेने अपने दोस्त की माँ ख़ुशी आंटी की चुदाई की और उसकी चुत मारी तो आपको ये कहानी कैसी लगी |

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