हेलो सभी चोदो और चुदकर के सभी परिवार को मेरा फिर से प्यार भरा नमस्कार और आज मै लेकर आया हूँ मजेदार कहानी इसको पढ़ कर आपका पानी जरुर निकलेगा |
मेरा नाम अवतार है और मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ और यह सच्च्ची घटना मेरे साथ हुई है यह कहानी मेरी बुआ की सेहली की बेटी मतलब सनेहा की है
मै दिखने मै बिलकुल सिम्पल सा लड़का हूँ ना तो काला और ना ही गोरा मतलब सावले रंग का और सनेहा दिखने मै इतनी सुंदर की उसके आगे तो परिया भी फ़ैल है और उसके बदन के रंग के आगे दूध और उसके बदन की खुशबू के आगे इत्र भी फ़ैल है |
हमारे घर में खुशियों का माहोल था क्यूंकि कुछ दिन बाद मेरी बुआ की लड़की की शादी थी हम सभी परिवार वाले 4 दिन पहले ही चले गये क्यूंकि काम में हेल्प करवाने के लिए और सनेहा मेरी बुआ की लड़की की सेहली थी और वो बाहर पड़ती थी वो 3 दिन पहले ही आ गयी थी ( क्यूंकि सनेहा मेरी बुआ की लड़की की बहुत ख़ास दोस्त ) |
शाम हो गयी और मैं कमरे में बैठा था बुआ जी नै मुझे कहा सुमन आंटी के घर जा और उनको कहना की बुआ बुला रही है और सुमन आंटी मेरे बुआ जी पडोसी थे और सनेहा की मम्मी |
मै उनके घर पर गया तो दरवाजा बंद था तो मैंने उनको आवाज लगाई तो अंदर से आवाज आने लगी मम्मी….. कोई बुला रहा है मैंने फिर से आवाज़ लगाई फिर उसने दरवाजा खोला जब मैंने सनेहा को पहेली बार देखा तो देखता ही रह गया……
उसनें मुझे कहा की मम्मी नहा रही है आप अन्दर आ जाओ पर मै उसके हुसन मै खो गया था फिर उसने मुझे हिलाया मैं एक दम से शोक हो गया ह्ह्ह्हह मेरे मुह से निकला …… और वो मुझे देख कर हसने लगी और उसने फिर से कहां की आप अन्दर आ जाओ मैंने कहा की बुआ के घर पर काम है और मैं वहां से चला आया |
सनेहा अपनी मम्मी के साथ बुआ के घर पर आई और सभी नाच रहे थे और वो भी उनके साथ मै नाचने लगी मै उसको ही देख रहा था और वो मुझे देख कर हंस रही थी और मै भी समाइल कर रहा था |
अगले दिन की सुबह, बुआ जी ने मुझे सुमन आंटी के घर भेजा कोई काम के लिए ! जब मै उनके घर में गया तो मैंने देखा की सनेहा घर पर अकेली थी मैंने उसके अकेली होने का फायदा उठाया और उससे किसी बहाने से बाते करने लगा और वो भी मेरे से प्यार से बाते कर रही थी और मैंने बातो बातो में अपने दिल की बात कह दी …….
मैंने कहा की सनेहा आपको एक बात बोलू ?
आपको मेरी कसम किसी को कहोगे नही ?
फिर वो कहती हाँ :-बोलो ,फिर मैंने हिम्मत करके उसे बोला की…. मै आपको पसंद करता हूँ और जब मैंने आपको पहली बार देखा था उसी दिन से मुझे आपसे प्यार हो गया था सनेहा मेरी बात सुन कर कुछ नही बोली और बस एक छोटी सी मुस्कान दी |
फिर मैंने कहा अगर आपकी हां हो तो मुझे इन्स्ताग्राम पर मैंसज कर देना और मै उसको अपनी id देकर बुआ के घर पर चला गया और दिन बीत गया रात हो गयी और 12 बजे उसका मैंसज आया मैंसज पढ़ कर मै बहुत खुश हुआ और हम दोनों सारी रात एक दुसरे से बाते करते रहे |
अगले दिन सभी रिश्तेदार मेरी बुआ जी के घर पर आ गये और मेरी बुआ के घर पर जगह कम थी इसलिए सुमन आंटी मेरी बुआ से बोली की कुछ लोग हमारे घर पर भेज दो !
तो बुआ ने हमारे परिवार को उनके घर भेज दिया हम सब लोग उनके बाहर वाले रूम में चले गये कुछ टाइम बाद सब बुआ के घर पर चले गये पर मै नही गया था |
वही सनेहा भी अकेली थी घर पर, फिर मै उनके घर के अंदर चला गया और वहा जाकर मैंने देखा की सनेहा किचन मै थी मैंने किचन मै जाकर सनेहा को पीछे से जाकर कसकर पकड़ लिया और उसके साथ मस्ती करने लगा और वो प्यार से बोली कोई आ जायेगा |
मैंने उसे कहा सभी बुआ के घर पर गये है और उसकी गर्दन को चूमने लगा और वो भी वासना मै खो रही थी वो मुझे रोकना तो चाहती थी पर रोक नही पा रही थी |
मुझे भी उसकी बदन की खुशबू पागल बना रही थी फिर मैंने उसे अपनी तरफ घुमा लिया और उसके गालो को चूमने लगा और उसके रसभरे होठों पर अपने होंठ रख दिए और हम दोनों मै जवानी की आग लगी हुई थी और उसके होठों को चूसने लगा और वो भी मेरे होठो को चूस रही थी , फिर हम दोनों को किसी के आने का अहसास हुआ और सनेहा अंदर वाले कमरे मै चली गयी |
मैंने देखा की मेरा छोटा भाई मुझे बुलाने के लिए आया हुआ था वो कहता अंदर क्या कर रहा है तो मैंने कहा पानी लेने आया हूँ और मै फिर बुआ के घर पर चला गया और शाम हो गयी और सनेहा भी बुआ के घर पर आ गयी और जब हम दोनों एक दुसरे की तरफ देख रहे थे तो हम दोनों की आँखों के अंदर एक दुसरे के लिए हवस दिख रही थी |
हमारे बिच जो सुबह हुआ था उससे हम दोनों खुल गये थे और मेरे अंदर सनेहा को चोदने की आग थी और उसके अंदर अपनी सील तुडवाने की तड़प थी फिर अगले दिन रात को पैलेस मै बुआ की लड़की की शादी थी और जब सनेहा शादी में आई उसने ब्लैक रंग की ड्रेस पहनी हुई थी अब मेरे अंदर चोदने की आग लगी हुई थी फिर मैंने दिमाग लगाया और सनेहा को मैंसज किया की मै पैलेस के कमरे में बैठा हूँ और मैंने सनेहा को कमरे मै आने के लिए कहा कोई बात करनी है तुमसे और वो सभी से छुप कर कमरे के अंदर आ गयी |
उसके कमरे मै आते ही मै तो शुरू होने वाला था पर उसने मुझे हाथ देकर रोक दिया और बेड पर बैठ गयी मै भी उसके पास बैठ गया और हम दोनों एक दुसरे के हाथो में हाथ डालकर बाते करने लगे और मै धीरे से अपना एक हाथ उसके कंधे पर ले जाने की कोशिश करने लगा और वो भी अपना सर मेरे कंधे पर रख दिया और हम दोनों एक दुसरे के इतने करीब आ गये थे |
मैंने सोचा यही मोका है चौका लगाने का…….
फिर मैंने धीरे धीरे उसके गाल पर किस की और उसने कुछ नही कहा और वो भी थोड़ी देर बाद उसने भी मेरे गाल पर किस की और अब मेरे से रुका नही जा रहा था फिर मैंने अपने एक हाथ से उसके चेहरे को पकड़ा और अपनी तरफ कर लिया और उसके गुलाबी होंठों पर अपने होंठ रख दिये और भयंकर तरीके से चूसने लगा ……मुझे बहुत मजा रहा था और दूसरी तरफ मेरा लंड भी फुकारे मारने लग गया था जैसे जैसे सनेहा मेरे पास आ रही थी |
फिर मै किस करते हुए एक हाथ उसकी पीठ पर फिराने लगा और एक हाथ को उसके बूब्स की तरफ लेके जाने लगा और एक हाथ से बड़े बड़े बूब्स को बहार निकलाने की कोशिश की पर वो मेरे हाथ मै नही आ रहे थे फिर मै उसके बूब्स को उपर से ही मसलने लगा और वो धीरे धीरे पीछे की साइड गिरने लगी और बेड पर पूरी तरह लेट गयी | जब वो लेटी तो मैं इस मौके को नही खोना चाहता था और मैं भी उसके ऊपर आ गया |
उसके दूध को दबाना शरू किया और ब्रा के उपर से दबाने मै मजा आ रहा था ये सब काम हम किस करते हुए ही कर रहे थे अब वो भी मुझे जोर-जोर से किस करने लगी, पहले तो मेरा साथ ही दे रही थी पर अब वो मेरे पर हावी हो रही थी…..
अब मै उसे नंगी देखना चाहता था फिर मैंने उसकी कमीज को उतारा दिया और उसकी लाल रंग की ब्रा में बड़े बड़े बूब्स जकड़े हुए थे फिर मैने ब्रा को खोलने लगा एक दो बार कोशिश की पर, मेरे से खुल नही रही थी
फिर उसने मुझे कहा :-कभी ब्रा नही खोली क्या आपने
तो मैंने हलकी सी स्माइल के साथ कहा:- नही
फिर उसने खुद ही अपनी ब्रा को खोल दिया फिर बेड पर लेट गयी फिर मुझे साफ साफ़ उसके गोरे गोरे बूब्स दिखायी दे रहे थे उसे देखकर मै पागल हो रहा था फिर मै सनेहा के बूब्स के मजे लेने लगा और एक बूब्स को हाथ में लेकर दबाये जा रहा था और उसकी भी सिस्करिया शुरू हो गयी थी और उसकी सिस्करिया आहह्ह्ह्ह म्मम्मम्मम्म ……. निकलने लग गयी |
फिर मैंने उसकी सलवार का नाडा खोला तो उसने अन्दर काले रंग की पेंटी पहन रखी थी उसकी काली पेंटी और उसका गोरा बदन मुझे पागल कर रहा था और उस पेंटी के अंदर क्या ही जबरदस्त चूत की खुशबु आ रही थी और वो पूरी नंगी ऐसे दिख रही थी संगमरमर की तरह ,फिर मैंने उसकी पेंटी उतार दी अब मैंने उसे बिलकुल नंगी कर दिया था और फिर मैने एक हाथ से उसकी चूत को मसलने लगा और दुसरे हाथ से उसके बूब्स को दबाये जा रहा था फिर उसने भी मेरी पेंट को उतार दिया और मेरे अंडरवियर को भी उतार दिया और वो मेरे लंड को हिलाने लगी अब मेरे लंड की भी नसे फुल गयी अब रहा नही जा रहा था |
फिर उसने अपने मुह से थूक निकाला और मेरे लंड पर लगाया और उसने मेरे लंड को अपने हाथ मै पकड़ा हुआ था वो मेरा लंड को अपनी चूत पर रगड़ने लगी फिर मेरे लंड को अपनी चूत के उपर रख दिया फिर मैंने एक जोर से झटका मारा और मेरा आधा लंड उसकी उसकी चूत मै जगह बनाकर अंदर चला गया और सनेहा की चीक निकल गयी और मुझे दूर धक्का देने लग गयी आःह्ह्ह्हह आह……… करने लगी और प्लीज मुझे छोड़ दो बोलने लगी |
पर मैंने उसे कसकर पकड़ कर रखा और उसे चूमने लगा फिर मैंने झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत मै चला गया अब कुछ देर रुका रहा और उसके होठों को चुस्ता रहा और कुछ देर बाद सनेहा खुद ही अपनी गांड उठा क्र झटके मारने लग गयी और फिर मैंने भी धीरे धीरे घस्से मरना शुरू कर दिया और ऐसे ही १० मिनट की चुदाई के बाद मेरा पानी निकलने वाला था और मैंने सनेहा से पूछा की पानी कहा निकालू तो सनेहा ने कहा की जहां आपका मन करे मैंने उसके मुहं में निकाल दिया उसने भी बढे मज्जे के साथ मेरा लंड बिलकुल साफ कर दिया चाट कर तो ये थी मेरी और सनेहा की कहानी दोस्तों अगर आपको ये कहानी अच्छी लगी हो तो ऐसी और कहानियों के लिए निचे दिए लिंक पर क्लिक करें |
Bilkul bhi accha nhi laga