चाची चाचा के गुजर जाने के बाद उदास रहने लगी और मै चाची के पास ही रहने लगा और एक दिन चाची कमरे में कपड़े बदल रही थी और चाची को नंगी देखकर मै अपना आपा खो बैठा और मन करने लगा की चाची को चोद दूँ फिर उसी रात को मै चाची के साथ ही सो गया और चाची के साथ धीरे धीरे चिपकने लगा..
और फिर …. फिर क्या रुको मजे लेकर पढ़ते है शुरू से मेंरा नाम दिनेश है और मै 22 साल का हूँ और मै देखने में सुंदर और हॉट हूँ मेरी हाईट 5 फिट 6 इंच है और मेरे लंड की हाईट 7 इंच है और मुझे चुदाई का बहुत शोंक है और मै किसी भी लड़की को देखता तो मुझे उसे चोदने का मन करता |
मै बाहर पढाई करता हूँ और मैंने तो कई बार मैडम को भी घोड़ी बनाकर चोदा है और कभी कभी उनकी बेटी को भी इसलिए मुझे उम्र से कोई मतलब नही बस चूत से ही मतलब है |
मुझे वैसे भी सेकंड हैण्ड माल चोदने में ज्यादा मजा आता है काफी दोस्त मेरी इस बात से राजी होंगे |
एक दिन मेरे चाचा जी अचानक किसी बीमारी से मौत हो गयी और मेरे चाचा जी का एक छोटा बच्चा भी था और चाचा के जाने के बाद मे भी घर पर रहने लगा |
मेरे चाचा का घर पास में ही था और चाचा के जाने के बाद मै अक्सर चाचा के घर पर ही रहता था और चाची के साथ मेरी भी अच्छी बनती थी |
मेरी चाची देखने बहुत सुंदर और क्या ही माल था और चाची के बड़े बड़े बूब्स देखकर कभी मेरा भी मन खराब हो जाता था पर मै डरता था की चाची किसी को कुछ बता ना दे |
एक दिन मै चाची के कमरे गया तो मैंने देखा की चाची नंगी खड़ी हुई थी |
अपनी चूत को मसल रही थी और मुझे देखकर चाची जल्दी जल्दी कपड़े पहने लगी और चाची को नंगी देखर मेरा तो लंड खड़ा हो गया और मन करने लगा की यही पकड़ कर चाची को चोद दूँ |
मैंने अपने मन को कंट्रोल किया और कमरे से बाहर आ गया और अपने कमरे में आकर चाची की चूत को याद करके मुठ मारने लगा |
चाची की हिंदी सेक्स स्टोरी में चाची को भी शर्म आने लगी और वो भी मेरे से बात करने के लिए मेरे कमरे आने लगी जैसे ही चाची दरवाज़े को खोलने लगी तो मै समझ गया की चाची आ रही है कमरे मै मेरे शेतानी दिमाग में आइडिया आया की क्यों ना चाची को अपना काला लंड दिखाया जाए |
मैंने जान बुझकर अपने आँखे बंद करके चाची का नाम लेकर जोर जोर से मुठ मारने लगा और चाची जैसे ही आई अंदर चाची लंड को देखने लगी और चुपचाप कमरे से बाहर चली गयी |
अब मुझे विस्वास हो गया था की चाची भी मेरे से चुदना चाहती है क्युकी जब मै चाची का नाम लेकर मुठ मार रहा था चाची बिना कुछ कहे कमरे से बाहर आ गयी |
जैसे तैसे रात हो गयी और हम सभी ने खाना खाकर सोने लगे और चाची ने रात को नाईटी पहन रखी थी और नाईटी के अंदर चाची के बड़े बड़े बूब्स साफ साफ लटकते दिखाई दे रहे थे |
मैंने आज सोच लिया था आज कुछ भी हो जाए आज चाची को चोद कर ही रहूँगा वही चाची भी चुदने को तैयार थी चाची बार बार किसी बहाने से मुझे अपने बूब्स दिखा रही थी |
जब मै अपने कमरे में सोने को जाने लगा तो चाची ने कहा की आज मेरे कमरे मै ही सो जाओ आज मोहित भी नही है क्युकी चाची के लडके को उसकी मौसी ले गयी थी |
फिर मै चाची के कमरे सोने के लिए चला गया अब चाची एक बेड पर साथ मै सो रहे थे फिर हम दोनों बाते करने लगे आज चाची बड़ी बड़ी सेक्सी बाते करने लगी |
चाची ने कहा क्या चल रहा है जिन्दगी मै मैंने कहा कुछ भी नही चाची क्यों कोई गर्लफ्रेंड नही बनाई तो मैंने कहा नही चाची फिर चाची ने कहा क्यों मैंने कहा बस ऐसे ही फिर जब मैंने कहा चाची आपका भी कोई बॉयफ्रेंड था
चाची मेरी बात सुनकर रोने लगी मैंने कहा चाची क्या हुआ कोई गलती हो गयी |
चाची ने कहा नही बस तेरे चाचा की याद आ गयी थी फिर मैंने चाची को गले लगाकर चुप कराने लगा जैसे ही मेरे जिस्म से चाची का बदन टकराया तो मै अपना कंट्रोल खो बैठा और वही आज चाची भी कुछ करना चाहती थी |
फिर मै चुप कराते हुए चाची की पीठ पर हाथ फेरने लगा और चाची को भी गर्म करने लगा और पता ही नही चला की कब चाची को चुप कराते कराते उनकी गले पर होठ चले गए |
फिर मै चाची की गर्दन को चूमने लगा और वही चाची भी वासना में खोने लगी और चाची भी मेरी पीठ को मसलने लगी फिर धीरे धीरे मैंने चाची के होठो पर आ गया और अपने चाची के होठो पर रख दिए और धीरे धीरे पीठ मसलते हुए उनके होठो को चूसने लगा |
चाची की हिंदी XXX कहानी में चाची भी मेरे होठो को चूसने लगी और हम एक दुसरे को चूसते चूसते अपने आप बेड पर लेट गये और हम दोनों इतना वासना में डूब गये की अपने रिश्ता बुल गये
फिर मै चाची के होठो को चूसते चूसते उनके बूब्स को दबाने लगा और जैसे ही मै नाईटी को खोलने लगा तो चाची ने अपने होठो से मेरे होठ दूर कर दिए और वासना भरी आवाज में कहा की यह सही नही है हम गलत कर रहे है |
मैंने कहा चाची में आपसे बहुत प्यार करता हूँ और मै आपको बहुत खुश रखूँगा फिर चाची ने कहा अगर किसी को पता चला गया तो?
क्या मैंने कहा की किसी को कुछ नही पता चले गा मै हूँ ना मेरी बात सुनकर चाची ने कुछ नही बोली |
उनकी चुपी मै हां ही थी |
Read More Article…
फिर मैंने नाईटी खोली और चाची के ब्रा के ऊपर से बूब्स को दबाने लगा और चाची के होठो को चूसने लगा चाची भी अपने हाथ को मेरे लोअर के अंदर ले गयी और मेरे लंड को मसलने लगी |
मैंने चाची के होठो को चुसना छोड़ा और एक बूब्स को अपने मुंह में ले लिया और चाची के दुध को पिने लगा और एक हाथ से चाची की चूत को मसलने लगा |
फिर मैंने अपने लंड को लोअर से बाहर निकाला और चाची की चूत पर रगड़ने लगा
फिर मैंने अपने मुंह से थूक निकाला और चाची की चूत पर लगा दी और फिर अपने लंड को चूत पर सेट किया |
जैसे ही मैंने जोर धक्का लगाया तो एक ही धक्के में ही पूरा लंड अंदर चला गया और चाची की भी छोटी सी उईइ निकल गयी और मै चाची को जोर जोर से चोदने लगा
मैंने चाची के बूब्स को पकड़ा और जोर जोर धक्के लगाने लगा वही चाची और जोर जोर से चोदो फिर वही मै भी पेलने लगा और पट पट की आवाजे आने लगी |
ऐसे ऐसे करते करते करीब आधे घंटे बाद मेरा मजा चाची की चूत के अंदर ही निकल गया और मै भी थक गया और बेड पर लेट गया |
ऐसे करते करते हम दोनों पूरी रात प्यार करते रहे और मैंने चाची को रात को तीन चार बार चोदा |
अब चाची मेरे रखेल बन गयी और जब मेरा मन करता तो मै चाची को पकड़ कर चोद देता कभी कभी तो किचन में ही घोड़ी बनाकर चोद देता हूँ |
एक दिन की बात है चाची ने अपनी एक सहेली को बुलायाऔर अपनी सहेली को भी मेरे लंड के मजे दिए और उस दिन के बाद मुझे कभी भी किसी लडकी की जरूरत ही नहीं पढ़ी |
तो दोस्तों अज की मेरी सच्ची XXX कहानी कैसी लगी |