इस कहानी में माँ की चूत का दीवाना पार्ट १ का अगला हिसा है इसमें मैं आपको बताऊंगा की मैंने कैसे अपनी मम्मी की चुदाई की और कैसे मैंने मम्मी और पापा की चुदाई देखी ?
जैसा की आपने पिछली कहानी में पढ़ा होगा की मैं माँ के पास सो रहा था और मैंने कैसे माँ की जांघ पर अपना माल निकाल दिया अब शुरू करते आगे की कहानी ……….
मैं सुबह उठा और मैंने देखा की मेरे पापा और मेरी तीनो बहने वापिस गये और मैं खुद को कोसने लग गया और सोच रहा था की रात इतना अच्छा मौका था मम्मी को चोदने का …. पर मैंने खुद को शांत किया और उसके बाद मैंने सोचा की क्यों ना आज मम्मी पापा की चुदाई देखी जाये |
रात हुए मेरी तीनो बहने सो गयी और उसके बाद मैं उठा और मम्मी पापा के रूम की खिड़की खोल दी थोड़ी सी ताकि रात का सीन देख सकू पापा कैसे चोदते है मम्मी को
क्यूंकि मुझे पापा से जलन हो रही थी की साले के पास इतना सेक्सी माल है |
कुछ देर बाद मम्मी पापा रूम में आई और पापा ने मम्मी को अपना लंड चुस्वाना शुरू कर दिया और मम्मी भी बड़े मजे से पापा का लंड चूसे रही थी और थोड़ी देर बाद पापा ने मम्मी को गोडी बनाया और मम्मी की चूत में अपना लंड डाल दिया और चोदने लग गये और बस थोड़ी ही देर में पापा का पानी निकल गया और पापा सो गये और मम्मी ने बहुत गुसा किया और ऊँगली से अपना पानी निकला और सो गयी मैंने देखा की मम्मी बहुत दुखी थी क्यूंकि उनक सेक्स की बुख पूरी नही हो रही थी |
मैं भी अपने रूम में जाकर मम्मी के नाम की मुठ मार कर सो गया और सुबह हुई मेरी बुआ की बेटी की शादी थी मेरे पापा और मेरी तीनो सिस्टर चले गये और घर में सिर्फ मैं और मेरी माँ ही रहे गये |
मैं बहुत खुश हुआ की आज तो मम्मी के चूत के दर्शन जरुर होंगे क्यूंकि रात वाले सीन को देखकर मुझे पक्का विस्वास था आज तो पक्का मेरे लंड को चूत मिलेगी | दोपहर की बात मम्मी अपनी किसी सहली से बात कर रही थी और मैं गेट के पीछे खड़ा उनकी बाते सुन रहा था और फोन लाउड स्पीकर पर था और मम्मी ने बोला की यार मेरे घर वाला तो थोड़ी देर में ढेर हो जाता है मेरा मेरा शरीर संतुस्ट नही होता है क्या करू यार …..
काफी बार मन करता है बाहर किसी से करलू पर जमाना क्या कहेगा की लडकियां जवान है और माँ की चूत की आग नी मिट रही है | उनकी सहेली ने जो बोला उसको सुनकर मैं खुसी से पागल हो गया |
उनकी सहली ने कहा की तेरा बेटा जवान है उसका लंड क्यू नि लेती और बात घर की घर में रह जाएगी मम्मी ने बोला पागल है यार वो मेरा बेटा है फिर उनकी सहली ने बोला की मैं भी अपने बेटे से मरवाती हुए मेरे पती भी साला कोई काम का नही | फिर मेरी मम्मी ने बोला क्या गलत नही है |
उनकी सहली बोली आज कल के ज़माने में सब चलता है इस बात पर मम्मी बोली वेसे यार मेरे बेटे का लंड बहुत बड़ा है 8 इंच का और मोटा मेरी कलाई जीता मैंने देखा है काफी बार देख कर तो मन करता है की अभी पकड़ कर अपनी चूत की आग बुझा लू |
मम्मी ने कहा की मैं शुरू कैसे करु मैं मन में सोचने लगा की शुरू क्या करना मैं तो मरे जा रहा हु आपकी चूत के लिए …..
मम्मी की सहली ने बोला की आज रात बिलकुल पतले कपडे पहन कर सोना निचे ब्रा और पेंटी मत पहनना और जब तेरा बेटा सोया हो तब जान बुझ कर अपने चूत को बाहर निकाल देना बाकि तेरा बेटा अपने आप कर देगा इन मर्दों का लंड चूत देख कर कण्ट्रोल नि कर पाता चाहे सामने कोई भी हो ……
मैं ये सब सुन के खुशी में पागल हुआ जा रहा था और मैनें भी रात की तयारी शुरू करदी और अपनी झांटे काट दी और सफाई करके जल्दी खाना खा के सो गया और रात हुइ और मम्मी ने वैसा ही किया बिलकुल पतला नाईट सूट पहन आई और मेरे पास आकार सो गयी बोली बेटा मुझे अकेले को नींद नही आ रही है क्या मैं तेरे साथ सो सकती हु क्या ?
मैंने कहा हाँ सो जाओ …
थोड़ी देर बाद मम्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया मैंने भी अनजान बनते हुए मम्मी के चूत को देखने लगा और रियल में लंड खड़ा हो गया और अब मैंने ,देर न करते हुए माँ की चूत पर अपना मुह रख दिया चाटने लग गया और तभी मम्मी उठ गयी और बोली ये क्या कर रहा है मैं तेरी माँ हूँ ….
मैंने कहा मुझे सब पता है मम्मी ..मैंने आपकी और आपकी सहेली की सारी बातें सुन ली थी अब बस लेटे रहो मुझे अपना काम करने दो …. मम्मी अब आगे कुछ नही बोली और लेट गयी मैं चूत को चाटता रहा और मम्मी की चूत से पानी निकलने लगा और मम्मी के मुह से मादक आवाजें आने लगी …..
विक्की प्लीज अब मत तडफाओ अपनी माँ को और अपने लंड को मेरी चूत में डाल दो मैंने कहा इतनी भी क्या जल्दी है माँ | मैं तो अभी शुरू हुआ और मैंने मम्मी के बूब्स दबाने शुरू कर दीये और मम्मी बोली की बेटा आराम से करो मैं यहीं हूँ कहीं नहीं जाने वाली …..मैं कोइ रंडी थोड़ी हु जो ऐसे कर रहा है |
मैं भी अब खुल गया था मैंने भी मम्मी को बोला की मैं तरस गया हु आपकी चूत के लिए आज तो मैं रंडी की तरह ही करूँगा और चोदुंगा भी रंडी की तरह और मैंने अपना लंड निकाल कर मम्मी के मुह में डाल दिया और मैं उनके बूब्स पर बैठ कर उनके मुह में लंड डाल दिया और उनके बाल पकड़ कर मुह चोदने लग गया और उनकी साँस रुकने लगी और जैसे ही मैंने उनको छोड़ा तो मम्मी बोली मेरी सुहागरात तो आज हुए है पहले तो सब बकवास था |
इतना सुनते ही मेरे में अलग ही शक्ति आ गयी और माँ की चूत में अपना लंड सेट किया और चोदना शुरू कर दिया | और मम्मी के मुह से मादक सिस्कारियां निकलने लगी … जैसे ही मेरा लैंड माँ की चूत के अन्दर जाता तो माँ के मुह से आआह्ह्ह्ह…. निकल जाता और जैसे ही लंड बाहर आता तो ऊह्ह्ह्हह्ह……की आवाज आती ऐसी आवाजों से पूरा कमरा गुन्ज रहा था और 15 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना पानी माँ के बूब्स पर निकाल दिया और पानी निकलने के बाद मैं साइड में सोस गया मुझे नींद आने लग गयी|
थोड़ी देर बाद मैंने देखा की मेरी माँ बिना कपड़ो के थी और मेरे लंड चूस रही थी मैं बहुत खुश हुआ और मम्मी के सिर को पकड़ कर उनके मुह में अपना लंड ठुसने लग गया और कुछ देर चूसने के बाद मैंने माँ को गोडी बनाया और उनकी गांड में अपना लैंड पेल दिया और जैसे ही गांड में लंड गया तो माँ की चीख निकल गया बेटा गलत डाल दिया ये मेरी गांड है चूत नही ….
मैंने कहा की गलत नि डाला मम्मी मुझे गांड ही मारनी है मेरी रंडी माँ की …. माँ कुछ नि बोली और बस मजे लेने लग गयी और कुछ देर बाद बोली बेटा जैसे तेरा जी करे वैसे चोद मुझे, पर मेरी आग मिटा दे आज |
ऐसे ही मैंने और मम्मी ने पूरी रात में 5 बार सेक्स किया जिसमे से 2 बार मैंने उनकी गांड मारी और 3 बारी उनकी चूत …..
तो ये थी मेरी माँ कि चुदाई की कहानी… शायद आपको अच्छी लगी होगी
अगर आपको ये कहानी अच्छी लगी हो तो एक चोदु सा कमेन्ट जरुर करें …….
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