मेरा नाम राम है और मैं बिहार के छोटे से शहर से बिलोंग करता हूँ हुआ यूँ की मेरी चाची की सहेली आई थी और मैंने उसे सेट किया और आंटी ने मेरे जन्मदिन पर अपनी चूत देकर मुझे सबसे अच्छा गिफ्ट दिया |
मेरे परिवार में सभी लोग साथ रहते थे जैसे मेरे मम्मी-पापा और चाचा -चाची और मेरे एक बहन और एक लड़का चाचा के था पर अभी घर में मैं मम्मी पापा और चाची और मैं थे चाचा दुसरे शहर में काम करते थे | और उसका बेटा और मेरी छोटी बहन जयपुर स्टडी के लिए गये हुए थे |
एक दिन हमारे घर पर मेरी चाची की सहेली आई उनका नाम बबिता था और चाची ने मुझसे मिलवाया की ये तेरी आंटी है मैंने नमस्ते बोला और बैठ गये |
चाची हमारे लिए चाय लेने के लिए निकल गये और मैं सिर्फ बबिता आंटी को देख रहा था क्यूंकि उनके बड़े बड़े बूब्स पर मेरी नियत ख़राब हो गयी थी और उनकी गांड भी बहुत मस्त थी और उनके फिगर की बात करे तो मेरे लंड ने प्री कर्म छोड़ दिया था उनके फिगर को देख कर |
जब मैं उनको ऐसे देख रहा था आंटी को सक हो गया मैं उनको देख रहा हूँ और तभी चाची आ गयी और हम सब ने चाय पिया और कुछ देर बाद हमारे घर की बेल भजी और मैंने गेट खोला तो गेट पर बबिता आंटी के हस्बैंड थे |
बबिता आंटी घर चले गये दुसरे दिन फिर आंटी मेरे घर पर आये और उस दिन उनको लेने अंकल नही आए तो चाची ने मेरे को बोला :- राम अपनी आंटी को उनके घर छोड़ आओ क्यूंकि देर बहुत हो गयी ओर तेरे अंकल भी नि आए है |
मैंने हां भरी और मैं आंटी को लेकर बाइक से उनको छोड़ने चला गया और रास्ते में एक ब्रेक्करआया तो मेरी जैसे ही ब्रेक लगी तो उनके बड़े बड़े बूस मेरी पीठ से टच हो गये और उससे मेरे लंड ने अपना रूप लेना शुरू कर दिया और मेरा बुरा हाल हो गया |
मैं बबिता आंटी के घर पहुँच गया और मैंने आंटी को उतारा और वैसे ही मुड़ने लगा क्यूंकि मेरी लोअर मेसे मेरा खड़ा हुआ लंड साफ दिखाई दे रहा था |
मैंने अपनी टीशर्ट को थोडा निचे उतर गया क्यूंकि कुछ ज्यादा ही बोलने लग गयी की मैं चाय पीकर ही जाऊ |
मैं अन्दर आंटी के कमरे में चला गया घर में आंटी और अंकल अकेले की रहते तरहे उनके बच्चे तो स्टडी के बाहर गये हुए थे |
मैंने अन्दर जाकरअपना लंड सेट किया और सही से बैठ गया और कुछ देर बाद आंटी चाय ले आए मेरे पास आकर बैठ गया |
आंटी ने बात शुरु :- राज तेरी कोई गर्ल फ्रेंड नही है जो मुझे ऐसे देख रहा था |
आंटी की इस बात से मैं भी थोडा खुल गया और मैंने जवाब दिया :- अभी तक कोई है नही बस दुंढ रहा हूँ |
आंटी ने बोला :-कैसी लड़की चाहिए |
मैंने मौके का फायदा उठाते हुए कहा की लड़की नही आप चाहिए |
मेरी बात सुन कर आंटी ने जवाब दिया :- मैं तेरे से इतनी बड़ी हूँ कैसे चलेगा |
मैंने कहा की मुझे आपसे प्यार हो गया और प्यार में उम्र नही देखि जाती है |
मेरी बात सुन कर आंटी का पलु निचे गिर गया या गिरा दिया आंटी ने उनके बड़े बड़े बूब्स मुझे सामने दिख रहे थे और कुछ देर बाद मैं आंटी के पास गया और मैने उनके जांघ पर हाथ रख कर बोला की क्या हुआ आप मुझे कुछ सेड से लग रहे हो ?
आंटी ने जवाब दिया की क्या सेड यार तेरा अंकल बहुत लेट घर आता है और थके हुए अलग आते है और मुझे तो ताकत चाहिए तेरे जैसे शरीर वाले लड़के की |
मैंने कहा की तो कोई बात नि आंटी आप मेरी गर्ल फ्रेंड बन जाओ दोनों का काम हो जायेगा |
आंटी ने कहा ठीक हिया और इससे मेरी हिम्मत बाद गयी | और मैंने आंटी का नंबर ले लिया और आंटी ने नंबर देने के बहाने मेरी जांघ पर हाथ रख दिया |
क्यूंकि वो देखना चाहती थी मैं उनकी आग को शांत कर दूंगा या नही |
उन्होंने अपने हाथ को थोडा आगे किया तो उनका हाथ मेरे लंड के ऊपर आ गया और इतने से मेरा लंड सांप की तरह फुन्कारे मारने लगा और आंटी मेरे लंड को सहलाने लग गयी |
मैंने कहा की आंटी बाहर निकालू आंटी ने बोला अभी नही तेरे अंकल आने वाले है फिर कभी मौका मिलेगा |
आंटी की बात सच हुई और घर की बेल बज उठी और हम दोनों वासना से बाहर आये और आंटी ने गेट खोल कर आई और अंकल अन्दर आ गये और मैं उनसे मिला और अपने घर के लिए निकल गया और अपने घर चला गया |
घर जाकर मैंने जल्दी जल्दी से खाना खाया क्यूंकि आंटी का मेसेज आने वाला था और मैं अपने रूमे में जाकर आंटी एक मेसेज का वेट करने अलग गया |
मैंने बहुत वेट किया आंटी का मेसेज नही आया मुझे नींद आएं लग गयी फिर 11 बजे मेरे फोन की TUNE बजी मैंने देखा की आंटी का मेसेज था और फिर हम दोनों ने खूब सारी बातें की | कुछ देर बाद ही मैंने आंटी से सेक्सी बातें करना शुरू आकर दिया और आंटी भी खुल चुकी थी |
ऐसे ही हम सो गये और दुसरे दिन दोपहर में आंटी का मेसेज आया तो हम फिर बात करने लग गये और अब मैंने आंटी को बोला की यार मेरे को आपके बूब्स देखने है |
आंटी ने कहा :- आंटी ने बोला मैं रूम बंद करके आती हूँ मैंने भी अपने रूम के गेट को क्लोज किया और आकार अपने बेड पर बैठ गया |
आंटी ने अपने ब्लाउज को खोला और अपने बड़े बड़े बूब्स को दिखने लगी और साथ साथ में अपने बूब्स को मसल रही थी |
मेरा मूड बना गया और मैंने अपने लंड को बाहर निकाल कर मुठी मारने लग गया |
फिर आंटी ने बोला :- अपना ओजार तो दिखा ?
मै मुठ तो मार ही रहा था मैने कैमरा को निचे किया अपने लंड कोड दिखा दिया और मुठ मारता रहा उस दिन मैंने 2 बार मुठ मरी एक तो दिन में एक रात में | दो दिन बाद मेरा जन्मदिन था |
मैने आंटी को बोला : मुझे गिफ्ट चाहिए ?
आंटी ने बोला :-कब ?
दो दिन बाद मेरा जन्मदिन है तो तब |
आंटी कहा की मिल जायेगा |
मेरा जन्मदिन आ गया और आंटी ने कहा की मेरे घर आ जो मैंने सोचा की वहा तो अंकल होंगे कैसे आंटी की चूत मिलेगी ?
मैं ये सब कुछ सोचते हुए आंटी के घर पहुच गया और मैंने बेल बजाई और आंटी ने गेट खोला तो मैंने देखा की पिंक साड़ी पहन रखी थी और वो भी बिलकुल पतली सी |
मैंने कहा की अंकल कहा गये है आंटी बोली उनकी मम्मी की तबियत खराब है तो वो वहा गये है |
मेरे मुहं से पानी आने लग गया ये सुन कर ,मैं बैठ गया और 5 मिनट बाद आंटी बाहर आई वो किसी से कॉल पर बात कर रही थी | मुझे लग रहा था कोई सहेली है | आंटी बाहर आई और उनके हाथ में एक केक था और एक हाथ में चाकू था |
मैंने केक काटा और आंटी से अपना गिफ्ट माँगा और फिर आंटी ने बोला की रुको | और उन्होंने मेरे गाल पर एक किस कर दिया मैंने कहा की इतने से कुछ नही होगा आंटी |
आंटी अंदर जाने लगी तो मैंने आंटी को पीछे से पकड़ा लिया और उनके गले पर किस करने ;लग गया और किस करते आंटी भी गर्म होने लग गयी पर भई आंटी बोल रही थी रुको अभी नही |
आंटी तो बोल रही थी पर मेरे से कण्ट्रोल नही हो रहा था मैंने आंटी को गुमाया और आंटी के होठों को चूसने लग गया | आंटी फुल गर्म हो चुकी और आंटी ने मेर पेंट के ऊपर से ही मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया |
मैंने आंटी को वहीँ टेबल पर लिटा लिया और उनके साड़ी को उपर उठा कर उनकी चूत को सहलाने लग गया इससे आंटी के मुहं से सिस्कारिया निकलने लग गयी आह्ह्ह….यहह….उह्ह्ह्ह…राज……
मैंने उनकी पेंटी को निचे निकाल दिया और मैने अपनी पेंट और निकर को निकाल कर निकल दिया और उनकी चूत में अपने लंड को सेट किया और एक ही झटके में अपने लंड को आंटी की चूत में पेल दिया और उसकी के साथ आंटी के मुहं से आह्ह्ह्ह….निकली |
मैं आंटी की चुदाई करने लग गया और कुछ देर बाद आंटी बोलने लग गई की राज और जोर से …..यह्ह्ह्ह…..ऊह्ह्ह्ह…मजा आ गया ………और जोर से करो राज … फाड़ दो मेरी चुत को …
मैंने आंटी को निचे फर्श पर लिटाया और उनके ऊपर मशीनरी पोज में आ गया और आंटी ने भी अपने पैरों से मुझे पकड़ लिया और मै आंटी को पेलने लग गया 15 मिनट की चुदाई के बाद मेरा निकलने वाला था और उधर आंटी भी बोलने लग गयी मेरा हो गया और मैने भी अपना सारा माल आंटी की की चुत में निकाल दिया मेरा माल काफी दिन से इक्कठा हुआ था तो आंटी की चूत को भर दिया एक बार तो आंटी बोली आज आया है माल तो मेरी चूत में पता चला , की किसी मर्द का माल आया है |
मैंने आंटी से कहा की अब मैं घर जा रहा हु घर पर वेट कर रहे हो होंगे लकिन आंटी हसी और बोली अभी तो गिफ्ट देने की शुरुआत हुई है |
मैं कुछ समझा नही और मैंने आंटी से पूछा क्या हुआ बताओ ?
आंटी ने बोला की तुम्हे आज रात यही रुकना है मेरी बात हो गयी है राधिका से , राधिका यानि मेरी चाची |
मैं सच्ची में बहुत खुश हुआ और आंटी के गलें लग गया और आंटी ने बोला चलो एक बार खाना कहा लेते है |
मैंने और आंटी ने एक साथ खाना खाया और उसके बाद मैं और आंटी उनके बेड रूम में गये और हम दोनों लेट गये और आंटी बोली की राज अपने खोल दो मैं भी खोल रही हूँ अब सारी रात मजे लेने है तो भारी भारी खोलना पहनना |
आंटी की ये बात सुन कर मुझे मजा आ गया और मैने सरे कपडे खोल दिए सिर्फ अंडरवियर रहने दो , उधर आंटी ने भी पेंटी के आलावा सारे कपडे खोल दिये |
हम लेट गये और एक दुसरे को किस करने लग गये और आंटी बोली की मेरी चुत को चुसो मेरा बहुत मन है की मन कोई मेरी चुत को चुसे , मैंने कहा की जरूर जानू … इतना बोलते ही आंटी की पेंटी निकली और उनकी चुत पर अपना मुहं सेट किया और उनकी चुत को जी लगा कर चूसने लगा |
जैसे जैसे मैं चुत चूस रहा था वैसे वैसे उनकी चुत से पानी आने लग गया और थोड़ी देर बाद ही आंटी ने अपना सारा पानी मेरे मुहं में निकाल दिया और मैंने भी उनकी चुत का पानी पि लिया |
मैं पास में लेट गया और फिर आंटी ने मेरी अंडरवियर उतारी और मेरे को लंड से खेलते हुए निचे जुक गयी ओए मेरे लंड को चूसने लग गयी और कुछ देर बाद चूसने के बाद आंटी खड़ी हुई और मेरे लंड के ऊपर बैठ गयी और अपनी चुत में मेरा लंड सेट किया और चुत में डालकर उपर बैठ कर उछलने लगी |
आंटी मेरे लंड पर उछल उछल मजे से अपनी चुत की आग शांत कर रही थी कुछ देर बाद आंटी थकी गयी और फिर मैं उपर आ गया और फिर मै थक गया और कुछ बाद आंटी मेरे उपर आ गयी इसी तरह से मैंने और आंटी ने पता नि कितने पोज मे सेक्स किया
अबकी बार आंटी बोली :- तुम्हारा होने वाला होतो मुझे बताना मुझे पीना है माल कुछ हिं देर में मै उठा और आंटी के मुहं के पास चला गया और अपन सारा माल आंटी के मुहं में निकाल दिया |
उस रात हमने 5 बार सेक्स किया हम उस रात सुबह 3 बजे तक करते रहे |
तो ये थी मेरी ओर आंटी की सेक्स कहानी की कैसे मुझे अपना जन्मदिन गिफ्ट मिला |
कुछ दिन बाद मुझे पता की आंटी ने चाची को बता दिया था की आज मैं राज से चुत की चुदाई करवा रही हूँ और फिर मैंने चाची ने और आंटी ने एक साथ ग्रुप सेक्स किया इसकी कहानी मैं आपको मेरी अगली हिंदी सेक्स स्टोरी में बताऊंगा |
फिर मिलते है किसी देसी और वासना से भरी हुई कहानी में ….
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