दोस्तों मैं आपको आज बताउंगी मैंने भाई की सेक्स स्टोरी वाली बुक पढ़ी और उससे मुझे चूत मरवाने का मन करने लगा और मैंने अपने भाई से चूत मरवाई |
मेरा नाम गुड़िया है और मेरी उम्र अभी 25 साल है और मेरी कहानी आज से 3 साल पहले की है तब मैं 23 साल की थी और उस टाइम मेरे पर जवानी चढ़ी ही थी और मुझे चूत मरवाने का सौंक चढ़ गया तो मैने कैसे न कैसे तरकीब बनाकर अपने ही भाई से चुदाई करवाई |
मेरे परिवार में 5 जाने है जिसमे से हम 1 बहन और मेरे 2 भाई और मेरे बड़े भाई की शादी हो चुकी है और वो मेरे घर पर नही रहते और वो दुसरे घर में रहते है और घर में सिर्फ हम चार लोग रहते है मेरे पापा सरकारी नौकरी में है और मेरी मम्मी हाउसवाइफ है और मेरा छोटा भाई जिसका नाम अंकुश है उसकी उम्र मेरे से एक साल कम है और मेने उसी से चुदवाया |
मेरा भाई कॉलेज जाता था और उसके काफी लड़के दोस्त थे और मुझे कई लड़के तो बहन बोलते थे मोर कुछ लड़के मेरे पर लाइन मारा करते थे |
क्यूंकि मैं दिखने में काफी सुन्दर थी और मेरे बूब्स और मेरे चुतड काफी बड़े थे दूसरी लड़कियों से और इनको देख कर हर किसी का लंड खड़ा हो जाता था यहाँ तक की हमारे परचून की दूकान वाला अंकल भी मुझे पेलने के बारे मे सोच रहा था |
उस दिन तक सब कुछ सामान्य चल रहा था उस दिन क्या हुआ मैं भाई के रूम की सफाई कर रही थी और मैंने कुछ ऐसा देख लिया की उसके बाद मेरा चुदाई करने का मन करने लग गया |
उस दिन भाई कॉलेज चला गया और मम्मी पापा बाजार चले गये और मम्मी ने बोला की गुडिया भाई के कमरे की सफाई कर देना हम सभी शाम तक वापिस आ जायेगें |
मैं भाई के कमरे की सफाई कर रही थी और मैंने जब भाई के बेड का गद्दा उठाया तो मुझे के बुक मिली उस पर कुछ सेक्सी से फोटो देखी मैंने वो बुक उठाई और अपने रूम में ले गयी और सफाई करने के बाद अपने रूम में जाकर पड़ने लग गयी |
उसमे पहली कहानी थी एक लड़की और उसके पड़ोस में लड़का रहता था |
उस स्टोरी में लड़के ने लड़की को प्रोपोज किया और लड़की ने हाँ आकर दी और वो एक दिन मिले और लड़के ने पहले किस किया और लड़की भी लड़के को किस करने लग गयी और कुछ देर बाद लड़के ने उसके बूब्स को मसला और उसकी सलवार को खोल दिया और उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया |
उसके बाद उसमे एक और कहानी थी उसमे एक लड़का अपनी माँ की चूत मारता है और ये कहानिया पढ़ कर मुझे अजीब सा लगने लग गया और मेरा मन करने लग गया की मेरी छुट में किसी का लंड जाये |
मैं घर में अकेली थी तो मैंने अभी लोअर निकाली और अपनी चूत में ऊँगली डालने लग गयी क्यूंकि मैंने एक कहानी में पढ़ा था की लड़की अपनी चूत में उंगली डाल कर अपनी आग को शांत करती है |
मैंने भी अपनी चूत में ऊँगली डालना शुरू कर दिया मुझे सच में मजा आने लग गया और मैं वैसे ही करती रही काफी देर तक और मेरा शरीर अकड़ने लगा और मेरी चूत से पानी निकला और मेरे शरीर को आराम सा मिल गया |
मैंने वो बुक भाई के रूम में वापिस रख दी क्यूंकि उसमे सिर्फ 2 ही कहानियाँ थी इसी तरह भाई रोज नयी नयी कहानियों की बुक लेके आता और मैं रोज उसके रूम से बुक लाकर पड़ती और अपनी चूत में ऊँगली डालने लग गयी |
एक दिन की बात है उस दिन मैं बुक लेकर आई उसमे जो कहानी थी उसको देखकर मेर होश उड़ गये क्यूंकि उसमे बहन भाई की चुदाई की कहानी थी मैंने सोचा की लिखने वाले से गलत लिखा गया और मेने जब वो कहानी पूरी पढ़ी तो पता चला की ये कहानी तो सच है और मैं ये सोच रही थी दुनिया में ये कुछ भी हो रहा है |
मैंने जब वो कहानी पढ़ी तो मेरा मूड ख़राब हो गया और मेरा भी मन करने लग गया की मैं अपन भाई से अपनी चूत की चुदाई करवाऊ | क्यूंकि अगर बाहर मैं किसी से चुदाई करवाऊ तो कभी न कभी किसी को पता चल जायेगा ओर मेरी पिटाई होगी |
इसलिए मैने सोचा की क्यों न कहानी की तरह मैं भी अपने भाई से चूत की चुदाई करवा लूँ |
मैंने दुसरे दिन बाथरूम में नहाने गयी तो मैंने देखा की मेरी पेंटी गीली गीली सी लग रही थी मैंने ध्यान से देखा तो मुझे पता चला की भाई ने अपने लंड का माल मेरी पेंटी निकाल रखा था |
मैं ये सब देख कर खुश हुए क्यूंकि भाई भी मेरी चूत मारना चाहता था इसी लिए तो उसने मेरी पेंटी में अपना माल निकाला था |
मैंने कन्फर्म करने के लिए दुसरे दिन फिर से अपनी पेंटी बाथरूम में छोड़ दी बिलकुल सुखी हुए और मैंने कुछ देर बाद जाकर देखा तो वही हाल था मेरी पेंटी का |
एक दिन मम्मी पापा सामान लेने बाजार गये और अपने भाई को पटाकर चुदाई करवाने का प्लान बना लिया और मैंने भाई से कहा की भाई मैं नहाने जा रही हूँ उसके बाद खाना बना कर दूंगी आपको |
मुझे पता था भाई मुझे नंगी देखना चाहता था तो मैंने जानकर बुझ कर बाथरूम का गेट खुला छोड़ दिया और नहाने लग गयी कुछ देर बाद मुझे गेट के निचे से दो पैर दिखे यानि भाई गेट के पास चूका था और मेर बदन को देख रहा था |
मैं जान बुझ कर कुछ देर तक ब्रा और पेंटी में नाहती रही और कुछ देर बाद मैंने दोनों उतार दिए और रेजोर से अपनी चूत के बाल काटने लग गयी और कुछ देर बाद मैंने अपनी आग को शांत करने के लिए ऊँगली से अपना पानी निकाला |
मैंने देखा की भाई देख रहा था और कुछ देर बाद भाई चला गया और मैंने बाहर निकल कर देखा तो गेट पर निकाल गया भाई अपना माल |
यानी मैं कन्फर्म थी की भाई भी मेरी चूत का दीवाना था |
शाम हो गयी मम्मी पापा भी घर आ गये थे और पापा का फोन बजा और मामा जी का कॉल आया और उन्होंने बोला की नानी जी तबियत बहुत ख़राब है और आखिरी बार मम्मी से मिलना चाहती है तो पापा और मम्मी गावं के लिए निकल गये घर में मैं और सिर्फ बही रह गये थे |
मैं खाना बनाया और आज मैं खुस थी आज भाई से अपनी चूत का महूर्त करवा लुंगी चाहे कुछ भी हो जाये |
जब सोने का टाइम आया तो मैंने भाई को बोला की क्या तू मेरे साथ सो जायेगा क्या मुझे डर लगता हिया अलग सोने में |
भाई बोला :-कोई न सो जाओ वैसे भी हम दोनों ही है |
मैंने अपने कपडे चंगे किये और नाईट सूट पहन कर सो गयी आज मैंने जन बुझ कर पेंटी और ब्रा नही पहनी ताकि मेरी चूत को देख सके और मेरी चूत में अपना लंड डालने के लिए मजबूर हो जाये |
मैं बहाना बनाकर जल्दी सो गयी और भाई कोई किताब पढ़ रहा था|
मैंने कुछ देर बाद देखा की भाई वही सेक्स स्टोरी वाली बुक पढ़ रहा था बुक पढ़ते पढ़ते उसका मूड बन गया और उसने बुक को साइड में रखा और लेट गया मैंने सोच अब काम शुरू होने वाला है |
मैंने भी अपना एक पैर ऊपर उठा लिया जिससे मेरा नाईट सूट एक साइड से साइड हो गया और मेरे गोरे गोरे चुतड दिखने लग गये और कुछ देर बही ने मेरे ऊपर अपना हाथ रख लिया और मेरे बूब्स को मसलने लगा |
मेरा मूड ख़राब होने लग गया पर कुछ देर तक कण्ट्रोल रखा और भाई को आगे बढ़ने दिया |
भाई ने धीरे धीरे मेरे नाईट सूट खोल दिया और अब मैं बिलकुल नंगी थी और भाई ने बूब्स को मसलना शुरू कर दिया और एक हाथ से मेरी चूत में ऊँगली करने लग गया और अबकी बार मेरे से कण्ट्रोल नि हुए मेरे मुहं से आवाजें निकलने लग गयी और भाई भी समझ गया की मैं भी चूत मरवाना चाहती हूँ और भाई मेरे ऊपर आ गया और मेरी चूत पर अपना मुहं टिका दिया मेरी चूत को चटाने लग गया और जीभ से मेरी चूत को कुरेद रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा था और मेरे मुह से आह्ह्ह्ह….याह्ह्ह्हह्ह…. करके आवाजें निकलने लगी |
कुछ देर बाद मैंने भी हिम्मत की भाई के पेंट के ऊपर से भाई के लंड को सहलाना शुरू कर दिया |
भाई ने बोला रुको बहना मैं बाहर निकाल देता हूँ मैं थोडा शर्मा गयी और कुछ नही बोली |
भाई ने भी अपने सारे कपडे निकाल दिए और अपन लंड को मुझे पकड़ा दिया और मुझे बोला की लोलीपोप चुसना है क्या ?
मैंने कहानी में पढ़ा था लंड चूसने में बहुत मजा आता है तो मैं भी भाई के;लंड को पकड़ चूसने लग गयी और कुछ देर चूसने के बाद भाई ने मुझे सीधा लिटा दिया मेरी छुट पर सरसों का तेल लगाया और थोडा सा अपने लंड पर लगाया और मेरी चूत पर लंड को सेट किया |
सेट करने के बाद मुझे बोला की बहना थोडा सा दर्द होगा और मजा ज्यादा आयेगा,मैंने भी सुना था की पहली बार दर्द होता है | मैंने भाई से हां में सर हिलाया …….
तभी भाई ने मेरे कमर को पकड आकर एक जोर दार झटका मारा और भाई का लंड मेरी चूत मे चला गया और मेरी जान निकल गई और भाई रुका नि भाई ने एक और झटका मारा मेरी कमर को पकड़ कर इस बार तो मुझे ऐसा लगा की चूत मे सरिया डाल दिया हो किसी ने……
मैं चिल्लाने लगी और जोर जोर से रोने लग गयी और बोलने लगी की भाई छोड़ दो प्लीज मेरी जान निकल जाएगी |
सच में बहुत दर्द हो रहा था मुझे पर भाई ने कुछ नि किया उसने जैसे झटका मारा था वो वैसे ही रुका रहा और मेरे बूब्स को मसलने लगा और किस करने लगा और कुछ देर बाद ,मेरा दर्द कम हुआ और भाई से फिर से झटके मरना शुरू कलर दिया एस बार मुझे दर्द मही हुआ और इस बार मुझे मजा आने लग गया था |
भाई मेरे उपर लेट गया और अपनी गांड को उठा कर मेरी जबरदस्त चुदाई करने लग गया और लगभग 15 की चुदाई के बाद मेरा शरीर अकडने लगा और मेरा पानी निकल गया पर भाई अभी भी जमकर चुदाई किये जा रहा था |
अब भाई की स्पीड कुछ ज्यादा तेज हो गयी और एक दम से रुक गया और मुझे मेरी चूत में ऐसा लगा की गर्म गर्म लावा मेरी चूत में डाल दिया हो |
तो इस प्रकार मैने अपने भाई से उस रात 4 बार अपनी छुट मरवाई और उसके सुबह पापा का कॉल आया की तुम्हारी नानी का देहांत हो गया और हम अगले 10 दिन घर पर नही आएंगे|
मुझे जितना दुःख हुआ उतना ही मुझे खुसी हुए की अब दस दिन तक भाई और मैं जमकर सेक्स करेंगे |
मैंने चाय बनाई भाई को उठाया |
भाई अभी भी बिना कपड़ो के सोया हुआ था उसने मेरी चाय पकड़ी और पिने के बाद मुझे अपने पास खिंचा और बेड पर लिटा और मेरे बूब्स को चूसने लग गया और मेरी भी चूत में खुजली होने लग गयी और मैंने और भाई ने फिर के बार जमकर सेक्स किया |
मैंने भाई से कहा की मम्मी पापा दस दिन बाद आएंगे और उस दिन हम दोनों भाई बहन बिना कपड़ो के गुमते रहे क्यूंकि हमारा घर चरों साइड से बंद था |
हमने लगातार 10 दिन तक रोज सुबह शाम दोपहर जब मन किया तब सेक्स किया |
तो ये मेरी और भाई की सेक्स कहानी ….
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