मैं पहले एक सिम्पल लड़की थी फिर मुझे मेरी सहेली ने चालू रंडी बना दिया और मैं चुदक्कड हो गयी मुझे मेरे कॉलेज में एक अंकल पसंद आ गये और फिर मुझे उस अंकल और उसके दोस्त ने एक साथ चौदा |
उस बात को भी चार साल हो चुके है ये तब की है अजब मैं कॉलेज में पढाई कर रही थी और मैं नर्सिंग कर रही थी और मैं तैयारी के लिए जयपुर गयी हुए थी और वहां पर मुझे रोज नये नये लंड लेने की आदत हो गई थी |
मेरी एक सहेली थी मोनिका देखेंने में मेरे जैसे ही थी और सच बताऊ दोस्तों मुझे चोदु रांड बनाने का काम उसी का है और उसी की वजह से मैं अपनी जवानी का मजा ले रही हु |
मेरा बदन दिखने में काफी गोरा चिट्टा है और चुचिया तो बड़ी ही थी पहले अब तो और भी बड़ी हो गयी है क्यूंकि लंड खाने का इतना सोंक था की मैं किसी भी हद तक जा सकती थी लंड के लिए |
मैं पढने में काफी तेज थी और उसी के साथ मुझे और भी दो सौंक थे एक तो लंड पकड़ने का और दूसरा लंड लेने का ये मेरे सबसे अच्छे सौंक थे |
मुझे जब भी मौका मिलता तो मैं लंड पकड़ने से चुकती नही थी और मैंने बहुत बार ग्रुप सेक्स भी किया और मैंने और मोनिका ने एक साथ तीन तीन लंड लिए है | वो भी मेरी तरह ही थी उसे भी चुत मरवाने का बहुत सौंक था उसको उसको और मुझे सिर्फ लंड चाहिए होता था |
मेरा नाम राधिका है |
में आपको बता रही थी की कैसे मुझे अपने कॉलेज फंक्शन में एक अंकल पसंद आ गये उनका नाम विकास शर्मा था सभी उन्हें शर्मा जी बोलते थे |
उनका बदन एक दम सुडोल था और मैं उनको देख आकर मेरा मन करने लग गया की कास मुझे इनका लंड मिल जाये |
मैं उनके पास गयी और उनसे बात करना शुरू कर दिया और अंकल ने भी मेरे से बहुत प्यार से बात किया |
अंकल ने मुझे बोला की राधिका कभी घर आओ तो बैठ कर बात करते है |
मैंने कहा की अंकल जरुर आउंगी आप भी बहुत अच्छे से बात करते हो |
मैंने अंकल के घर का पता लिया और रूम के लिए निकल गयी |
मैं दुसरे दिन अंकल के घर के लिए तैयार होने लग गयी मैने शोर्ट निकर जीन्स पहनी और ऊपर एक स्लेवेलेस टॉप पहना इसमे से मेरे बूब्स बाहर निकलने को तैयार थे बस उनके निप्पल बाहर नही थे बाकि तो मेरे सरे बूब्स बाहर नकलने को तैयार थे |
मैं अंकल के घर पहुंची तो देखा की अंकल भी कैपरी पहने हुए थे और मैं अन्दर गयी और मैंने देखा की अंकल ने टेबल पर दो गिलास और पानी रख रखा था और मैं जाकर बैठ गई |
अंकल ने बोला की विस्की चलेगी मैंने बोला चलेगी अंकल ने विस्की लाकर हम दोनों के लिए ड्रिंक बनाई और हम दोनो ने काफी देर तक बातें की और फिर मेरा घर जाने का टाइम हो गया और मैं मन मसोस कर वापसी अपने रूम पर आ गयी और सोच सोच कर सो गयी यार कैसा होगा अंकल का लंड कितना बड़ा हो गा |
मैंने दुसरे दिन फिर से अंकल के घर चली गयी और और मैंने अंकल की मुझे आपकी बातें बहुत अच्छी लगी इस लिए आज मैं दुबारा से आ गयी और अंकल ने भी बोला की मैं भी तुम्हे कॉल करने वाला ही था |
मैंने जाने के बाद फिर से विस्की पिया आज मैं ठान कर गई थी आज तो अंकल के लंड के मजे लेने है चाहे कुछ भी हो जाए |
मैंने जान बुझ कर अपना ऊपर एक एक बटन खोल दिया ताकि मेरे बूब्स के दर्शन हो जाये अंकल को |
कुछ ऐसा ही हुआ मैंने अंकल के लंड की तरफ देखा तो मुझे अहसास हुआ की उनका लंड अपने रूप में आ रहा है रो मैं उठी और अंकल के पास गयी और उनको किस कर दिया और अंकल के पास बैठ कर उनके केप्री को निचे खिंच कर उनके लंड को बाहर निकाल लिया जैसे ही लंड बाहर आया तो एक दम से मेरे मुहं पर लग गया |
मैंने कहा :- एक तो आजाद कीया ऊपर से थपड मार रहा है और मैने अंकल के लंड को किस किया और चुसना शुरू कर दिया और कुछ देर बाद अंकल उठे मुझे शोफे पर लिटाया ओइर मेरे सारे कपडे खोल आकर मेरी चुत को चाटने लग गयी और अंकल बोले की यार सच में तूने मजा दे दिया आज तक मैंने बहुत लड़कियों की चुत ली है पर आज तेरी चुत को चूसा है तो इसमें और ही मजा है |
मैं अपनी चुत की तारीफ सुनकर और भी मजे मे आ गयी और अह्ह्ह… की याह्ह्ह्…. की आवाजें निकालने लग गयी और फिर अंकल ने अपना लंड को मेरी चुत पर सेट किया और मेरी चुत में पेल दिया अंकल का लंड सच में काफी मोटा था तो मेरे मुहं से एक दम से आह्ह्ह….. निकल गयी |
फिर अंकल ने मुझे आधे घंटे तक चौदा फिर के दम से घर की बेल बजी मैने कहा की इस टाइम कोनसा चोदु आ गया इतना अच्छा माहोल था चुदाई का और सारा मजा किरकिरा कर दिया |
अंकल गये और उन्होंने रूम गेट खोल दिया और उसके बाद एक और अंकल अंदरआये और मैं शोल ओढ़ कर बैठ गयी थी क्यूंकि इतनी देर में मैं कपडे नही पहन सकती थी और वैसे भी मेरी चुदाई अभी बाकी थी |”
अंकल ने आकार बोला की ये मेरा दोस्त राजीव है ये भी लड़कियों की चुदाई में माहिर है और फिर अंकल ने मेरे शोल को खिंच कर उतार दिया और मैं बिना कपड़ो के थी |
राजीव अंकल भी अपने सारे कपडे खोल दिए और उनका लंड शर्मा अंकल से भी बड़ा था और फिर शर्मा अंकल ने मेरी चुत में फिर से अपना लंड पेल दिया और राजीव अंकल ने अपना लंड मेरे मुहं में पेल दिया |
कुछ देर बाद शर्मा अंकल ने अपन माल मेरी चूत में निकाल दिया और उसके बाद बारी थी राजीव अंकल की तो उन्होंने मेरी चुत पर अपना लंड सेट किया एक ही झटके में अपना सारा लंड मेरी चुत में सेट कर दिया |
मेरी एक दम से चीख निकल गयी और फिर अंकल ने मेरी दमदार चुदाई शुरू कर दी और मैंने अंकल से कहा की मैं बहुत भूखी हूँ मेरी भूख मिटा दो मैं मरी जा रही हूँ |
अंकल ने भी अपनी स्पीड बड़ा दी थोड़ी और मैंने अंकल से कहा की अंकल क्या हुआ इतना ही दम है तेरे में इतनी बढ़िया चुत है तेरे सामने और तेरे से ये फट नही नही रही है क्या हुआ फाड़ दे इसको |
अंकल ने मुझे करीब 30 मिनट तक चोदा और कुछ देर बाद अंकल ने भी अपना पानी निकल दिया और फिर हम सब ने एक साथ खाना खाया वो भी बिना कपड़ो के किसी ने कुछ नही पहना न निकर न कुछ |
खाना खाने के बाद दोनों अंकल का लंड फिर से मूड में आ गया और अभी मेरी चुत की आग शांत नही हुई थी तो मैंने भी उनके लंड को पकड कर चुसना शुरू कर दिया |
दोनों ने मुझे फिर से एक बार चौदा और कुछ देर बाद राजीव अंकल ने मुझे उल्टा किया और बोले की मुझे तेरी गांड मारनी है मैंने कुछ नही बोला क्यूंकि मुझे पता था की गांड मरवाने में भी चुत मरवाने जितना मजा आता है |
राजीव अंकल ने गांड में लंड पेल कर दमदार चुदाई शुरू कर दी और कुछ देर बाद शर्मा अंकल का भी मूड बन गया उन्होंने भी मेरी गांड के मजे लिए और काफी देर की चुदाई के बाद उन दोनों ने अपना सारा माल एक साथ मेरे बूब्स पर निकाल दिया |
और फिर हम तीनो नहाने के लिए चले गये और उसके बाद हम सभी के साथ सो गये उस दिन मैं रूम पर नही गयी और रात को फिर मेरी चुत में खुजली होने लगी तो मैंने राजीव अंकल के लंड को चुसना शुरू कर दिया और फिर एक बार राजीव अंकल ने मेरी चुत मारी और अपना माल मेरी चुत में ही छोड़ दिया |
तो अब जब भी मेरा मन करता तो मैं शर्मा अंकल के घर चली जाती थी अपनी चुत मरवाने के लिए |
तो ये थी मेरी चुदकड़ कहानी और एस तरह मैं धीरे धीरे एक रंडी बन गयी और फिर मेरी शादी हो गयी मैंने लंड लेना तो नही छोड़ा न्पोअर मैंने अब कम का दिया लंड लेना क्यूंकि शादी के बाद मैं ज्यादा बाहर नही जा सकती तो मैंने अपने पति के साथ साथ अपन देवर और अपने ससुर के लंड के मजे लिए |