चाची की भतीजी की कुंवारी चूत को चोदा

मैं और प्रियंका रात को घर में अकेले ही थे प्रियंका को रात को डर लगने लगा और बोली राहुल क्या तुम मेरे पास आकर सो जाओगे मुझे डर लग रहा है मैं चला गया उसके पास बेड पर सोने के लिए अब मेरे साथ बगल में एक जवान लड़की सो रही थी और मेरे से अब कंट्रोल नहीं हो रहा था कुछ टाइम बाद वह गहरी नींद में सो गए मैं उसके बूब्स को दबाने लगा वह जाग तो उठी थी पर कुछ बोल नहीं रही थी

आपको इस कहानी को विस्तार से बताता हूं

मेरा नाम राहुल है और मेरी उम्र 25 साल की है और मेरी लंबाई 6 फीट और मेरा शरीर भी अच्छा है और शक्ल सूरत से भी अच्छा दिखता हूं

मैं शुरू से ही बाहर पढ़ा हूं तो घर में आना-जाना कम ही होता था

मेरे घर पर मेरी चाची जी की भतीजी भी रहती थी जिसका नाम प्रियंका था उसकी उम्र लगभग 20 साल की थी उसकी लंबाई तो कम ही थी पर लेकिन फिगर 29 28 30 का था जिसे देखकर मोहल्ले के लड़के पागल रहते थे

घर में आने के बाद मेरी नजर प्रियंका पर ही जाती रहती थी और जब वह झाड़ू लगाने के लिए झुकती थी तो उसके गोल-गोल बूब्स मुझे लटकते दिखते थे और उसके बूब्स को देखकर मन तो करता था वही पकड़ कर उसे चोद दूं पर मगर रिश्ते के ख्याल से रुक जाता था

कुछ दिन बाद मेरे मामा जी स्वर्गवास हो गए इसलिए हमारा सारा परिवार वहां जाने के लिए तैयार हो गया मुझे घर पर रहने के लिए कहा घर का ध्यान रखने के लिए वही चाचा ने में कहां प्रियंका तो भी राहुल के साथ रुक जा राहुल के खाना बनाने के लिए वैसे तो मुझे घर में सभी शरीफ समझते थे

वही सभी घरवाले चले गए और पूरा दिन आराम से बीत गया हमारा अब रात हो गई थी प्रियंका अपने कमरे में सो रही थी और मैं अपने कमरे में पर मुझे नींद नहीं आ रही थी मैं प्रियंका के बूब्स को याद करके अपने लंड को हिलाने और सहलाने लगा और लंड हिलाने में इतना मस्त हो गया कि मैंने देखा ही नहीं की कब कमरे का दरवाजा खुल गया और उसने मुझे आवाज दी कि राहुल अकेले डर लग रहा है

मैंने जल्दी से अपने लंड को अंदर कीया और बोला यहां आकर लेट जाओ तो उसने बोला नहीं आप बाहर मेरे रूम में ही लेट जाओ

मैं बोला चलो ठीक है आता हूं

अब वह अपनी कमर को हिलाते हुए आगे बड़ी मेरा लैंड तो ऐसे ही खड़ा था मन मैं आया कि मैं अभी पकड़ कर चोद दूं पर लेकिन मैने अपने ऊपर कंट्रोल कर लिया कमरे में जाकर उसके साथ में लेट गया वैसे शुरुआत में हम दोनों एक-एक साइड पकड़ कर लेट गये एक कोने में वह लेती थी हुई थी और दूसरे कोने में लेट गया

अब बगल में कोई जवान लड़की लेती हो और घर में अकेले हो तो कैसे नींद आ सकती है वैसे ही प्रियंका के गोल-गोल बूब्स को देखकर मेरा मन चूत को चोदने का बहुत हो रहा था इसलिए बार-बार प्रियंका की चूत के ख्याल ही आ रहे थे

मैं सोच रहा था कैसे शुरू करूं और सोचते सोचते एक घंटा निकल गया तब तक वह पूरी तरह सो चुकी थी कुछ देर बाद उसने करवट ली और मेरी तरफ सरक आई अब मैं उसको देख रहा था उसकी चूचियों के उभार मेरी उंगलियों को टिकने नहीं दे रहे थे मैं उसके बदन को छेड़ना चाह रहा था तो अब मैंने भी सोचा कि होगा जो देखा जाएगा अगर कुछ बोली तो बोल दूंगा की नींद में हाथ रखा गया

यह सोचकर मैं उसकी तरफ खिसक गया अब हम दोनों बहुत पास आ गए थे

मैंने अपनी आंखें बंद कर ली और उसके पेट पर हाथ रख दिया कुछ देर तक ऐसे ही हाथ को रखा फिर हाथ को ऊपर बढ़ाया और उसके सीने पर हाथ रख दिया उसका कोई रिएक्शन नहीं आया क्योंकि वह बहुत गहरी नींद में सो रही थी मैं काफी देर तक ऐसे ही हाथ को रखे रहा था फिर मैं हल्के हल्के से दबाने शुरू कर दिए मगर मेरे हाथ के दबाव देने के बाद भी वह सो रही थी धीरे-धीरे मेरी हिम्मत बढ़ रही थी और मैं एक हाथ उसके टॉप के अंदर डालकर उसके पेट पर रख दिया

कुछ देर तक मैं हाथ को रखे रहा उसका नरम पेट बहुत ही आनंद दे रहा था फिर मैंने धीरे से उसके पेट को सहलाने शुरू कर दिया शायद पेट का हिस्सा बहुत संवेदनशील होता है इसलिए वह हिलने लगी मेरी फटने लगी मगर मैंने हिम्मत नहीं छोड़ी मैं हाथ को रखे हुआ था और फिर उसके सोने के बाद धीरे-धीरे से हाथ को उसकी चूचियों के ऊपर ले गया

थोड़ी देर ऐसे ही रुकने के बाद मैंने उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया शायद वह जाग चुकी थी लेकिन चुप थी मैंने अब हाथ टॉप से निकाल कर उसकी पैंटी में डाल दिया मेरा हाथ जैसे हु उसकी चूत पर रखा गया तो मैं जैसे पगला गया मैं अब खुद को रोक नहीं पाया मैंने उसकी चूत को सहलाने शुरू कर दिया वह बोली राहुल जी यह क्या कर रहे हो आप अब मेरे ऊपर कामदेव सवार हो गया था और मुझे चूत के अलावा कुछ नहीं दिखाई दे रहा था

मैंने उसके चेहरे को अपनी तरफ किया और होठों को चूसने की कोशिश करने लगा वह मुझे हटाने की ना मात्र कोशिश करने लगे लेकिन यह सब उसके बस में नहीं था मैंने उसके चेहरे को पकड़े रखा और उसके होठों को चूमता रहा साथ ही मैं नीचे से उसकी चूत को सहलाते हुए उसमें उंगली भी दे रहा था उसकी चूत में गीलापन आना शुरू हो गया और धीरे-धीरे उसका विरोध भी बंद हो गया अब उसे मजा आने लगा उसने अब मेरा हाथ हिलाना बंद कर दिया और अपने बदन को ढीला छोड़ दिया

वह गर्म होने लगी तो मैं उठा और उसके टॉप को निकाल दिया हो वह ब्रा नहीं पहनती थी रात में तो जैसे ही उसके गोल-गोल बूब्स मेरे सामने आए तो उन पर टूट पड़ा अब मैं इतने जोश में आ गया कि मैं उसका लोअर और पैंटी एक साथ ही उतार दी मैंने उसको नीचे से नंगी किया और उसकी चूत को तेजी से रगड़ने लगा और जैसे ही मैं चूत को जोर-जोर से रगड़ रहा था उसकी आह्ह्ह अच्झज्ज जैसीआवाज निकालने लगी अब वह भी बिल्कुल वासना में डूब चुकी थी

और साथ में उसके होठों को मैं जोर-जोर से चूसने लगा अब वह भी मेरे होठों को अपने मुंह से खींचने की कोशिश कर रही थी उसकी चूचियों को हाथ से सहला रहा था मैंने सीधा उसे चोदना ही बढ़िया समझा क्योंकि वह बोल तो कुछ नहीं रही थी मगर उसकी हरकतों से पता चल रहा था कि वह बहुत गर्म हो चुकी है उसकी चूत से पानी निकल रहा था मैंने भी अपनी जोकि के अंडरवियर को निकाला और सीधा उसके टांगों के बीच में जाकर उसकी चूत पर लंड को टकरा कर बैठ गया

मैं उसकी चूत के ऊपर अपने लंड को रगड़ते हुए उसके होठों को चूस रहा था मैंने हाथ से पड़कर अपने लंड को उसकी चूत के मुंह पर सेट कर दिया फिर मैंने एक जोर से झटका मारा पहले धक्के मैं मेरा लंड अंदर नहीं घुसा फिर मैं जल्दी से क्रीम उठाई और लंड के टोपे पर लगा दी और थोड़ी सी क्रीम उसकी चूत पर भी लगा दी फिर दोबारा से लंड के टोपे को उसकी चूत के मुंह पर सेट कर दिया फिर से एक धक्का लगाया तो थोड़ा सा लंड अंदर घुस गया और अंदर घुसते ही प्रियंका की जोर से चीख निकली मैं तो डर ही गया था और उसकी चूत से खून भी निकलने लगा और वह रोने लगी अहह आह्ह्ह मर गयी मम्मी फट गयी चूत मेरी है जैसी आवाज निकालने लगी और बोली प्लीज़ राहुल बाहर निकालो बहुत दर्द हो रहा है मैं उसके बूब्स को फिर से दबाने लगा था कि उसका दर्द कम हो जाए कुछ देर बाद ऐसे ही रुका रहा

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फिर थोड़ी देर बाद मैं फिर एक जोर से धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया उसकी चीख निकलने ही वाली थी कि मैं अपने होठों से उसके होंठ बंद कर दिए लेकिन उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे मैं थोड़ी देर उसे ऐसे ही किस करता रहा और रुका रहा फिर धीरे-धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा मैं उसको चोदता जा रहा था और अब वह भी मदहोश होती जा रही थी मैंने उसकी टांगों को उठा ली और अपने कंधों पर रखकर चोदने लगा अब उसकी चूत में मेरा लंड अच्छे से समा रहा था फिर मैं उसे जोर-जोर से चोदने लगा और थोड़ी देर बाद मेरा लंड ढीला पड़ गया और मेरे लंड के मजे की पिचकारी उसकी चूत में ही रह गई

ऐसे करते करते प्रियंका को मैंने पूरी रात चोदा और प्रियंका बोली आज से मै तेरी रखेल हूँ तेरा जब मन करे मुझे चोदने को तो आ जाना अब मै जब घर पर आता तो प्रियंका को चोद कर ही जाता

आपको कैसी लगी मेरी कहानी कोई गलती यहो गयी हो मुझे माफ करना

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