बुआ के घर की नौकरानी की चुदाई

दोस्तों मेरा नाम राहुल है | मै राजस्थान का रहने वाला हूँ मैंने अपनी पढाई पूरी कर ली है |

पढाई पूरी करने के बाद ,मै घर मै फ्री रहता था और सारा दिन desivasanakhani में कहानी पढ़ता रहता था | जब मै दिन 5 -10 कहानिया ना पढ़ लेता तो ही मुझे नींद नहीं आती थी यह मेरी आदत बन गयी थी |

और मेरी उम्र 20 साल है और मै एक चोदू सा लड़का हूँ और सारा दिन चूत के बारे मै सोचता रहता था और मेरी जवानी की गर्मी उबल रही थी अब तो बस मुझे चूत चाहिए थी |

एक दिन मेरे घर पर पापा के पास बुआ का फ़ोन आया बुआ कहती की राहुल को मेरे घर पर भेज दो हमे कही बाहर जाना है फिर मेरे पापा ने मुझे बुआ कर घर जाने के लिए कहा मै अगले दिन बुआ के घर पर चला गया मै अंदर कमरे में लेटा हुआ था और मेरे पास दिव्या आई और कहती खाना तैयार है आकर खा लो दिव्या मेरी बुआ के घर पर काम करती है और उनके घर पर ही रहती है और दिव्या का पति मेरे अंकल की गाडी का ड्राईवर है और वो भी बुआ और अंकल के साथ गया हुआ था और घर में ,केवल मै और दिव्या अकेले ही थे |

दिव्या की उसकी उम्र लगभग 30 साल की है और वो भी जवान है और उसका रंग गोरा है और देखने मै फुल सेक्सी है

मै खाना खाकर अपने कमरे मै चला गया और desivasna पर कहानी पढने लगा फिर मै पानी लेने किचन मै गया तो मैंने देखा की दिव्या नहा रही और मुझे उसे देखने का मन करने लगा क्युकी सारा दिन कहानीया पढ़ पढ़ के मेरे दिमाग अंदर सिर्फ चूत का ही बूखार था फिर मैने देखा की उसके बाथरूम के दरवाजे की कुण्डी नही लगी हुई थी अब मेरे से रहा नही जा और मै हिम्मत कर उसके कमरे मै चला गया |

फिर मैंने बाथरूम के दरवाजे को धीरे से खोलने लगा और मैंने देखा की दिव्या बिलकुल नंगी नहा रही उसे ऐसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया था और मै उसे बड़े ही मजे से देख रहा था फिर उसे लगने लगा की कोई है, क्यूंकि उसकी आँखों और साबुन लगी हुई थी फिर वो बोली कौन है मै डर गया और धीरे धीरे अपने कमरे मै चला गया

फिर मै कमरे मै आकर दिव्या के बारे मै देखने सोचने लगा और अब मेरा दिव्या को देखने नजरिया बदल गया और दिव्या को चोदने के बारे मै सोचने लगा फिर मैंने desivasna पर नोकरानी को कैसे चोदा की कहानी पढने लगा और कहानी मै खो गया और मेरा लंड भी खड़ा हो गया और दिव्या का नाम लेकर मुठी मारने लगा और बोल रहा था दिव्या दिव्या मेरी आवाज़ सुनकर दिव्या मेरे कमरे मै आ गयी जब उसने मुझे देखा की मै उसका नाम लेकर मुठी मार रहा हूँ

क्यूंकि मै स्टोरी मै खोया हुआ था उसने आवाज़ लगाई राहुल मै एकदम से बोला हां और दिव्या को देखते ही मुझे डर लगने लगा की कही दिव्या को पता तो नही चल गया की मै उसे देख रहा था और उसकी नजर मेरे हाथ मै पकड़े लंड पर थी और मुझे क्या पता था की वो भी हवस से भरी हुई है |

वो मेरे पास आई और बोली :-आप ही मुझे नहाते हुए देख रहे थे ,

मै ये बात सुनकर सुन्न पड़ गया फिर मैंने देखा की उसने मेरे लंड को अपने हांथो मै लिया है मै कुछ नही बोला फिर उसने मेरे लंड को अपनी जीभ से लंड के ऊपर लगे मजे को चाटने लगी और मेरा भी मुड बन गया और मेरे लंड की नसे फुल कर सख्त हो गयी

मेरे लंड को देखकर दिव्या हसने लगी और मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और लोलीपोप की तरह चूसने लगी और अपने मुंह से सफेद रंग की जाग निकालने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था और मेरा लंड ऐसे चूस रही थी की जैसे उसे खा ही जाये गी

अब मेरा मजा निकलने वाला था फिर मैंने उसके बालो को ऊपर से पकड़ा और अपने लंड जोर जोर से चुस्वाने लगा उसे भी मजा आ रहा था मैंने दिव्या को कहा मेरा रस निकलने वाला है पर वो तो मेरे लंड को चूसने मै मस्त थी थोड़ी देर बाद ही मेरे लंड ने उसके मुंह मै मजे की पिचकारी मारी और मुंह भर दिया और वो मजे को रस समझ कर पी गयी फिर मैंने आँखे बंद कर मुझे आनंद आने लगा पर दिव्या की प्यास अभी बुझी नही थी

दिव्या नै अपने सारे कपडे उतार दिये बस उसके पेंटी और ब्रा पहनी हुई थी फिर दिव्या मेरे ऊपर आकर बैठ गयी फिर उसने मेरे सारे कपडे उतार दिए और मेरे बदन को चूसने लगी फिर से मेरा मुड बन गया मेरा लंड भी खड़ा हो गया फिर मैंने दिव्या की पकड़ा और दिव्या के ऊपर आ गया

मैंने उसकी ब्रा को खोल दिया और उसके बूब्स को मुहं में लेकर दूध को पिने लगा और दुसरे हाथ से उसके बूब्स को मसलने लगा और आह्ह्ह्ह…… आह्ह्ह्ह…… कीआवाज़ निकाल रही थी

मैंने उसके बूब्स को अपने हांथो में ले लिया और खिचने लगा और वो भी और खीच खीच कर 2 इंच बड़े कर कर दिये |

उसने अपनी पेंटी को उतार कर मुझे सर से पकड़ा और अपनी चूत चटवाने के लिए रख दिया और उसकी चूत मजे से गीली हुई थी मै भी लग गया उसकी चूत को निचोड़ने और चाट-चाट कर उसकी चूत का पानी चूस लिया फिर मैंने उसकी दोनों टांगो को उठा कर अपने कंधो पर रख लिए और अपने मुंह से थूक निकाला और उसकी चूत पर लगा दिया और उसने भी अपनी थूक निकाली और मेरे लंड पर लगा दी फिर मैंने एक जोर से झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत मै चला गया

मै उससे बोला:- अरे रंडी कितनो से चुदवाई है एक झटके मै ही अंदर चला गया

वो बोली:- बस, बोलो मत

जोर जोर से चोद और चोद चोद कर फाड़ दे मेरी चूत

मै भी जोर जोर चोदने लगा और पट-पट की अवाज़ आने लगी और वही दिव्या भी आह्ह्ह्ह……… आह्ह्हह्ह…… ह्ह्ह्ह……… कर चिला रही थी और मै लगभग 10 मिनट से उसे जोर जोर से चोद रहा था और अब मै थक सा गया था फिर मैंने दिव्या को कहा मै थक गया हूँ

मै बेड पर लेट गया और दिव्या मेरे ऊपर आकर बैठ गयी और मेरे लंड को हाथ मै लेकर अपनी चूत मै डालकर , मेरे ऊपर कूदने लगी फिर मैंने भी उसके बूब्स को अपने हाथो से जोर जोर से मसलने लगा |

वो मेरे ऊपर कूद रही थी पच-पच की आवाज़ आ रही थी और मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर मेरा मजा निकलने वाला था और वही दिव्या भी थक गयी थी वो भी मेरे पास आकर लेट गयी फिर मैंने मुठी मार कर अपने मजे को बाहर निकाल दिया |

दिव्या के बूब्स के ऊपर गिरा दिया और बेड पर लेट गया और हम दोनों थक गये थे और जोर-जोर से हांफ रहे थे हम दोनों की धडकन भी तेज हो गयी थी फिर हम दोनों नंगे ही एक दुसरे से चिपक कर सो गये और रात मै मैंने दिव्या को तीन चार बार चोदा |

और दोस्तों कैसे लगी मेरी कहानी अगर कोई गलती हो गयी तो मुझे आप माफ़ करना और कमेंट में जरुर बताना कैसे लगी आपको यह कहानी |

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