मामा ने मेरी माँ की चूत की चुदाई की

मै माँ के साथ मामा के घर पर गया था था और आधी रात को माँ बेड से उठी और कमरे से बाहर चली गयी और मै भी माँ के पीछे चला गया और माँ मामा के कमरे में गयी और कमरे की कुण्डी लगा ली जब मै खिड़की से देखने लगा तो मैंने देखा की मामा ने माँ को अपनी बांहों में पकड़ा हुआ था ……

मेरा नाम दिनेश है और मै 22 साल का हूँ मेरा लंड बहुत मस्त है और लंड 6 इंच का है और मुझे चूत चोदने का बहुत मजा आता है और मुझे हमेशा चूत की तालाश रहती है

आज मै आपको इस कहानी को विस्तार से बताऊंगा की कैसे मामा ने मेरी माँ को घोड़ी बनाकर घोड़े की तरहा जोर जोर से चोदा

यह एक सच्ची घटना है जो की आज से 6 महीने से पहले की है

एक दिन मै और मम्मी अपने मामा के घर पर गये थे और जब हम घर गये तो पता चला की मामी कही गयी हुई है और घर पर मामा जी अकेले ही है

जब मम्मी मामा के गले मिली तो मामा ने माँ की गांड को सहलाया और यह मैंने देख लिया तो मुझे थोडा शक होने लगा

फिर मै इन दोनों पर नजर रखने लगा फिर थोड़ी देर बाद मैंने माँ को चाय बनाने को कहा और जैसे ही मम्मी किचन के अंदर गयी तो पीछे पीछे मामा जी भी चले गये और मै भी इनको देखने लगा छुपकर देखने लगा

माँ को मामा ने पीछे से पकड़ा हुआ था और मामा माँ की गर्दन को चूम रहा था और साथ में माँ के मुम्मे जोर जोर से दबा रहा था वही माँ भी वासना भरी आवाज में बोली भाई छोड़ दे दिनेश आ जाएगा

मामा ने माँ को कहा यार बहुत टाइम हो गया तुझे चोदे को बहुत मन कर रहा है माँ ने कहा रात को आ जायुंगी तेरे कमरे में मन बहार कर चोद लेना बस अभी छोड़ दे पर मामा कहा रुकने वाले थे मामा ने माँ के बूब्स पकड़े हुए थे और गांड में जोर जोर मसल रहा था

वही चाय भी उबल गयी और माँ ने जल्दी गैस बंद किया और मामा माँ के होठो को चूसने लगा और माँ ने मामा को दूर किया और चाय लेकर किचन से बाहर आने लगी पर मामा ने माँ का हाथ पकड़ रखा था फिर माँ ने अपने हाथ को छुड़ाया

मै भी भाग कर अपने कमरे के अंदर चला गया और मामा और माँ के प्यार को देखकर मुझे बहुत मजा आया और मेरे लंड में आग लगने लगी

फिर मै बाथरूम में जाकर मुठ मारी और अपनी आग को शांत किया अब मुझे रात का इंताजार था मामा और माँ की चुदाई देखने का

जैसे तैसे रात हो गयी और हम सभी खाने खाकर अपने कमरे में सो गये और मै माँ के साथ ही सौ गया अब माँ को मेरे सोने का इंतज़ार था माँ बार बार उठ मुझे देखने लगी फिर मैंने जान बूझकर अपनी आंखे बंद करके दोने का नाटक करने लगा

फिर रात के लगभग 12 बज चुके थे और माँ के पास फ़ोन आया और माँ कच नही बोली और धीरे धीरे से बेड से उठने लगी और मै जाग रहा था

माँ ने दरवाजे को खोला और चली गयी वोर मै भी धीरे धीरे माँ का पीछा करने लगा और माँ मामा जी कमरे में गयी और माँ ने दरवाजे की कुण्डी लगा दी पर दरवाजे की खिड़की खुली थी फिर मै खिड़की के अंदर जाकने लगा

जैसे ही मैंने अंदर देखा तो मै सुन हो गया और अंदर मामा जी बिलकुल नंगे थे और मामा जी पाने लंड पर तेल मसल रहे थे

वही माँ जाकर बेड पर बैठ गयी और मामा ने माँ का हाथ पकड़ा और लंड पर रख दिया और माँ भी लंड को सहलाने लगी और अब मामा का लंड भी लोडे में बदल गया

माँ ने कहा में भी तडप रही हूँ क्युकी तेरे जीजा से अब मै नही चुदती और अब तो उनका खड़ा भी नही होता

इन दोनों की बाते सुनकर ही मेरा लंड खड़ा हो गया

फिर मामा जी माँ के बूब्स को दबाने लगे और माँ भी मामा के लंड को जोर जोर हिला रही थी

फिर मामा ने माँ को पकड़ा और उनके होठो को चूसने लगे और चूसते चूसते बेड पर लेट गये और मै भी धीरे धीरे अपने पेंट के अंदर हाथ डालने लगा और अपने लंड को हिलाने लगा

वही मामा जी ने माँ की कमीज को उतारा और माँ के बड़े बड़े मुम्मे दबाने लगे और माँ के मुमे देखकर मेरे भी मुंह में पानी आ गया

फिर मामा ने माँ के बूब्स को अपने मुंह में ले लिया और माँ का दूध पिने लगे और इन दोनों की चुदाई देखकर मुझे बहुत मजा आ रहा था और मैंने भी लंड बाहर निकाल लिया

फिर मामा जी ने माँ की सलवार को भी उतार दिया और माँ की कोमल कोमल चूत को हाथ से रगड़ने लगे और वही माँ अह्ह्ह आह्ह ईईई ऊऊ जैसे मादक मादक आवाजे निकालने लगी और मै भी लंड को जोर जोर से हिलाने लगा

फिर मामा अपने लंड को चूत पर रगड़ने लगे और मामा ने माँ की टांगो को उठाया और पाने लंड को सेट कर दिया और मामा ने लंड को सेट करके जोर से झटका मारा और एक ही झटके के अंदर पूरा लंड चूत के अंदर घुस गया वही माँ भी आह्ह अहह ईई उईइ और जोर जोर से चोदो भाई कब की आग लगी हुई थी चूत के अंदर

फिर मामा जोर जोर से चोदने लगे और कुछ देर चोदने करे बाद मामा ने माँ को घोड़ी बना लिया और फिर मामा जी पाने लंड को सेट करने लगे

फिर मामा जी ने अपना लंड सेट किया और माँ के मुम्मे कसकर पकड़ लिए और जोर जोर से चोदने लगा और माँ अहह आह्ह और जोर जोर से ऐसे करते करते मामा ने अपना पानी माँ की चूत में ही निकाल दिया

वही मैंने भी अपना पानी निकाल लिया मुठ मार के और माँ पानी चूत को साफ़ करके सलवार पहने लगी और मै भी अपने कमरे में चला गया

माँ की छत देखकर मेरा भी मन माँ को चोदने का करने लगा और अब माँ मुझे चूत की मशीन दिखने लगी

यह कहानी यही समाप्त होती है

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