घर मै कोई नही था और मै मौसी के कमरे में जाकर सो गया और रात को मै धीरे धीरे मौसी के करीब आने लगा और मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर मैं मौसी के बूब्स को दबाने लगा और वही मौसी भी नींद से उठ गयी थी …..
इस कहानी को विस्तार से बताता हूँ की मैंने कैसे मौसी को चुदाई को याद करवा कर पूरी रात गर्म चूत के मजे लिए
मेरा नाम सुनील है और जैसे की आपने पहली स्टोरी पापा और मौसी की चुदाई मै पड़ा था
मौसी को चोदने तलाश मै था और रात को मैंने पापा को मौसी के कमरे में जाता देखा और खिड़की से इन दोनों को देखने लगा
पापा मौसी को जोर जोर से घोड़ी बनाकर चोद रहे थे और मौसी को नंगी देखर मेरे भी लंड में आग लग गयी थी और मैंने मन में सोच लिया था की अब मौसी को चोदना ही चोदना है
ऐसे करते करते कई दिन बीत गये और मौसी को याद करके मुठ मार पाने लंड को शांत करता था
एक दिन मम्मी और पापा को कही जाना था और मम्मी मौसी को मेरा दयान रखने का बोल गयी थी
अब घर मै और मौसी दोनों अकले ही थे
मै इस मौके का फायदा उठाना चाहता था
मै सारा दिन मौसी को देखता रहा वासना भरी आँखों और मौसी को भी मेरे इरादा पता चल रहा था
मौसी नहाने के लिए बाथरूम में गयी और मै भी पीछे चला गया और मौसी बाथरूम का कमरा बंद करना बुल गयी और मै छुप कर मौसी को नहाते देखने लगा पर मेरी हिम्मत नही पड़ी मौसी को पकड़ कर चोदने की
मौसी को पता चल गया था की मै उनको नहाते देख रहा था पर मौसी ने मुझे कुछ नही कहा और मै अपने कमरे में मौसी का नाम लेकर मुठ मारने लगा और एकदम मौसी भी मेरे कमरे में आ गयी
मुझे मुठ मारते मौसी ने देख लिया और मैंने जल्दी से अपने लोअर को उपर किया और मौसी मेरे कमरे से बाहर चली गयी
अब मैंने मौसी को अपना बड़ा कडक लंड दिखा दिया था और मौसी भी चुदना चाहती थी
मुझे तो बस रात का इंतजार था और जैसे तैसे रात हो गयी और मौसी मेरे कमरे में आ गयी और कहने लगी सुनील क्या मै यहा सो जाओ मै तो यही चाहता था
मौसी मेरे से चुदना तो चाहती थी पर पहल नही करना चाहती थी
मौसी पटली सी कमीज पहनी हुई थी जिसमे उनके बूब्स की काली निपल दिखाई दे रही थी और साथ में पटली सी लेगी पहन रखी थी और मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया था
मौसी मेरे बगल में आकर सो गयी और मै चुपचाप सो गया 2 घंटे बाद मौसी गहरी नींद में सो गयी थी पर मुझे कहा नींद आने वाली थी साथ में गर्म गर्म चूत हो तो कहा नींद आती है
वही मौसी ने अपनी गांड मेरी तरफ कर ली और मै भी अपना आपा खो बैठा और मैंने धीरे धीरे मौसी के साथ चिपकने लगा
अब मै मौसी के साथ चिपक गया और मैंने पाने हाथ को मौसी की कमर पर रख दिया और सहलाने लगा मुझे बहुत मजा आ रहा था
कुछ देर बाद मैंने अपने लंड को बाहर निकाला और मौसी की लेग्गी के ऊपर लंड को रगड़ने लगा और धीरे धीरे अपने हाथ को मौसी के बूब्स की तरफ ले गया और धीरे धीरे कमीज के ऊपर बूब्स को दबाने लगा
फिर मै पाने हाथ को कमीज के अंदर ले गया और मौसी के नंगे बूब्स को मसलने लगा अब मौसी भी जाग गयी थी और सीधी लेट गयी मेरा लंड अभी भी लोअर से बाहर था
मौसी मेरी तरफ देखने लगी और कहा क्या कर रहा है सुनील तेरा क्या इरादा है मै तेरी मौसी हूँ जो तू सोच रहा है वो नही हो सकता मैंने कहा आच्छा पापा से गांड मरवा सकती हो वो सही है
मौसी मेरी बात सुनकर सुन हो गयी फिर मैंने कहा मुझे पता है आपकी चूत में आग लगी हुई है क्यों नाटक कर रही हो आपको पापा से बढ़िया मजे दूंगा
मेरी बात सुनका मौसी का हाथ पाने आप मेरे लंड पर आ गया और मौसी मेरे लंड को हिलाने लगी मै भी मौसी के होठो को चूमने लगा
वही मौसी भी मेरे होठो को चूसने लगी मै होठो को चूसते चूसते मौसी के बूब्स को जोर जोर से दबाने लगा मौसी ने कहा धीरे सुनील क्या उखाड़ फेंके गा क्या मैंने कहा आज मौसी 2 इंच बड़े कर दूंगा खीच खीच कर
फिर मौसी ने मेरी लोअर को उतार दिया और घुटनों के बल बैठ गयी और अपनी जीभ से मेरे लंड के टोपे को चाटने लगी मैंने कहा मौसी मेरा लंड तो खड़ा ही है
मौसी ने कहा कुछ नही बस गिला कर रही हूँ मेरी आदत है चुदने से पहले चूसने की फिर मौसी में मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया
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मौसी अब मस्त होकर मेरे लंड को गपागप चूस रही थी और मै भी मौसी की गांड को सहला रहा था और मौसी ने चूस चूस कर मेरा पानी ही निकाल दिया
मैंने कहा मौसी आपने तो चूस चूस कर ही मेरा पानी निकाल दिया फिर मै बेड पे लेट गया और मौसी ने अपने सारे कपड़े उतार दिये
मौसी मेरे डिले लंड को हाथ में पकड़ा और मेरे टोपे पर लगे माल को चाटने लगी और चाट चाट कर लंड को लोडे में बदल दिया
मौसी अब मेरे उपर आ गयी और मेरे लंड को हाथ में पकड़ा और अपनी चूत पर रगड़ने लगी और धीरे धीरे मेरे लंड पर बैठने लगी
जैसे जैसे मेरा लंड चूत के अंदर जा रहा था विअसे मौसी अह्ह्ह आः सुनील अहह उईइ दर्द हो रहा है ऐसी मादक मादक आवजे निकलने लगी आह्ह सुनील
मौसी धीरे धीरे मेरे पुरे लंड को चूत मै ले लिया और जोर जोर मेरे लंड पर कूदने लगी मैंने भी मौसी के बूब्स को पकड़ा और जोर जोर से दबाने लगा वही मौसी अहह आह्ह बहुत मजा आ रहा है
मेरा थोड़ी देर बाद जोर जोर चोदने से मेरा मजा मौसी की चूत के अंदर ही छोड़ दिया और मौसी भी बेड पर लेट गयी
ऐसे करते करते मैंने मौसी को रात में तीन चार बार चोदा और अब मुझे कबी भी मौका मिलता तो मै मौसी को चोद देता
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