चाची और मैंने दारू पीकर सेक्स किया

मै और चाची दोनों घर मै अकले थे और हम दोनों का दारु पिने का मन करने लगा और हम दोनों नशे मै एक दुसरे के कब करीब आ गये और नशे में एक दुसरे के साथ मजे मजे में सेक्स का लिया

इस कहानी को विस्तार से बताता हूँ की मैंने कैसे चाची को दारू पीकर चोदा

मेरा नाम गगन है और मै 23 साल का हूँ मै पहले बाहर पढता था और मेरी पढाई पूरी होने के बाद मै अपने घर पर रहने लगा और मेरे घर पर मै मम्मी पापा चाचा और चाची है और मेरा चाचा मेरे से 10 साल ही बड़े है और पापा ने बाच्चे की तरहा मेरे चाचा को पाला पौसा है

मेरी चाची का नाम पायल है और वो देखने मै बहुत सुंदर है और मेरे से लगभग 3 साल बड़ी है और मेरा डील चाची पर था पहले से ही और चाची के बड़े बड़े बूब्स लटकते देखकर मेरा मन कब से चाची को चोदने का था

वैसे चाची मेरी अच्छी दोस्त बन गयी थी और हम दोनों दोस्त की तरहा ही रहते थे और चाची को मैंने एक बार पूछा था दारु के बारे में चाची कहती पहले पीती थी कभी कभी मैंने कहा चाची को कभी मौका मिला तो साथ में पियंगे

चाची खुले विचारो वाली लडकी थी

मेरा मन भी बहुत कुत्ता था मेरी सोच बार बार चाची को चोदने में ही थी और मौके की तालाश में था

एक दिन घर मै सभी को जाना था और उसी दिन चाची की तबियत खराब थी और मुझे भी घर रुकने को कहा चाची के साथ मै मन ही मन बहुत खुश हुआ

मै इस मौका का फायदा उठाना चाहता था

अस्भी घर वाले चले गये थे

वही चाची अपने कमरे में सो रही थी मै जाकर चाची का सर दबाने लगा चाची कहती रहने दे पर मैंने कहा कुछ नही होता आपकी तबियत खराब है

मै चाची के सिर को दबाने लगा और सर दबाते दबाते चाची के बड़े बड़े बूब्स को देख रहा था और देखते देखते मै वास्सना में डूब गया और मन करने लगा चाची को यही चोद दूँ

मै धीरे धीरे अपने हाथ को चाची के गर्दन पर ले गया और सहलाने लगा चाची को भी मजा आ रहा था और धीरे से बूब्स की तरफ लेकर जाने लगा तो चाची एक दम से खड़ी हो गयी

चाची ने कहा रहने दो गगन में अब बिलकुल ठीक हूँ मैंने कहा चाची आज मौका हे दारु पिने का और दारु पीकर फुल मजे करंगे पहले तो चाची ने मना कर दिया पर मैंने चाची को मना लिया धीरे धीरे

अब मुझे सिर्फ रात का इंतजार था जैसे ही रात हुई मै ठेके से एक बोटेल लेकर घर पर आ गया और वही चाची ने भी चखना तयार लार लिया

मैंने घेर के सभी दरवाज़े बंद कर दिया और हम दोनों एक कमरे में जाकर बैठ गये वही चाची ने भी नाईटी पहनी हुई थी और चाची के नाईटी में बड़े बड़े मुम्मे लटकते साफ साफ़ दिखाई दे रहे थे और मटकती गांड को देखकर मेरा तो लंड खड़ा हो गया

मेरे लोअर पहनी हुई थी और लोअर में खड़ा लंड दिख रहा था और मै दिखाना ही चाहता था चाची को चाची की भी बार बार नजर लंड पर जा रही थी उनका भी मन चुदने को करने लगा

फिर हम दोनों दारू पिने लगे और बाते करने लगे धीरे धीरे हम दोनों पूरी बोटेल दारू की पी गये और फुल टली हो गये

मैंने चाची को कहा चाची आपका कोई बॉयफ्रेंड था चाची नशे में थी चाची कहता दो थे चाची ने कहा तेरी कितनी गर्लफ्रेंड है मै हस कर कहा एक है चाची मेरे मजे लेने लगी और चाची ने कहा फिर फिर क्या क्या किया

मैंने हस कर कहा बस किस किस की की है और कुछ नही अच्छा सर किस मैंने कहा हाँ और कुछ नही मैंने कहा और क्या होता है चाची चाची ने कहा कोई सेक्स नही किया मै चाची की बात सुनकर सुन हो गया और सोचने लगा आज तो चाची का भी मन है चुदने का

मैंने कहा चाची सेक्स में मजा कितना आता है और चाची वासना भरी आवाज में बोली बहुत क्या बटाओ जब मैंने पहली बार तेरे चाचा के साथ किया बहुत मजा आया

मैंने कहा चाची मैंने भी मजे लेने है और कहते धीरे धीरे चाची के करीब होंने लगा चाची ने कहा फिर उस लडकी के साथ कर ले मैंने कहा चाची मुझे तो आप बहुत पसंद हो मैंने तो आपके साथ मजे करने है

हम दोनों नस्शे मै थे और हमे कुछ नही पता चल रहा था की हम क्या बाते कर रहे है

मेरी बात सुनकर चाची ने कहा तो पागल हो गया मै तो तेरी चाची हूँ मेरा साथ थोड़ी करंगा मैंने कहा मुझे कुछ नही पता मैंने तो आपके साथ ही करना है

चाची ने कहा गगन सो जा तुजे दारु चढ़ गयी माईने चाची की एक नही सुनी

मैंने चाची के बालो को पकड़ा और उनके गुलाबी होठो को चूसने लगा पहले चाची झट पटाने लगी पर मैंने भी चाची को कसकर पकड़ा हुआ था

मै जोर जोर से चाची के होठो को चूस रहा था और साथ में उनके बूब्स को जोर जोर से दबा रहा था

अब वो भी धीरे धीरे गर्म हूने लगी और उनका विरोध भी धीरे धीरे कम होने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी और अपने होठो को चलाने लगी और मेरी पीठ को सहलाने लगी

फिर मैंने नशे मै चाची के पुरे कपड़े उतार दिए और चाची ने मेरे कपड़े उतार दिया हम दोनों नंगे हो गये और एक दुसरे को कुत्तो की तरहा चाटने लगे

फिर चाची मेरे उपर आ गयी और मेरे लंड को हाथ में पकड़ा और पानी चूत पर रगड़ने लगी और धीरे धीरे लंड पर बैठने लगी

जैसे जैसे लंड अंदर जा रहा था वैसे चाची चिलाने लगी आह्ह आःह ईई उईई और अपने होठो को दबाकर धीरे धीरे पुरे लंड को चूर के अंदर ले लिया

पूरा लंड चूत के लेने के बाद लंड को अंदर बाहर करने लगी और धीरे धीरे लंड ने चूत के अंदर अपनी जगहा बना ली फिर मैंने भी चाची को कमर से पकड़ा और जोर जोर से अपने लंड पर कुद्वाने लगा

चाची और जोर जोर से बहुत मजा आ रहा है चाची जोर जोर से मेरे लंड पर कूद रही थी फिर चाची मेरे होठो को चूसने लगी मैंने चाची की गांड को दोनों हाथो से पकड़ा और जोर जोर पेलने लगा पट पट कीआवजे आने लगी मै और भी जोर जोर चोद रहा था चाची आःह आह्ह आह्ह गगन और जोर फाड़ दे चूत को

फिर लगातार जोर जोर से चोदने से मेरा भी मजा चाची की चूत के अंदर ही निकल गया और हम दोनों थक गये चाची मेरे उपर लेट गयी

हम नंशे में थे हमे पता ही नही चला कब नीद आ गयी और हम दोनों नंगे ही सो गये मेरा लंड अभी भी चाची की चूत में ही था

जैसे ही सुबहे चाची उठी साथ में मै भी उठ गया और हम दोनों ने पाया हम दोनों एक दुसरे के उपर नंगे लेते हुए थे चाची को कुछ समझ नही आ रहा था की रात को क्या हुआ है हमारे बिच

चाची मेरे उपर से खड़ी हुई और मेरा लंड भी चूत से बाहर आ गया और पूरी रात चूत अंदर रहने से सुकड गया मेरा लंड

हम दोनों एक दुसरे के साथ नजरे नही मिला पा रहे थे

आगे क्या हुआ होगा इसे पढने के लिए चाची की चुदाई का दूसरा भाग पढ़े जो की आपको देसी वासना कहानी पर मिलेगा

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